Pakistan Train Accident: रेल मंत्री ख्वाजा साद रफीक ने बताया कि शुरुआती जांच से पता चला है कि ट्रेन सामान्य गति से चल रही थी और वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि किस कारण से ट्रेन पटरी से उतरी। उन्होंने कहा कि यह किसी यांत्रिक खराबी या तोड़फोड़ का नतीजा हो सकता है।
Karachi, Pakistan: दक्षिणी पाकिस्तान में ट्रेन की पटरी उतर जाने की वजह से कम से कम 30 लोगों की मौत व 100 लोगों के घायल होने की खबर है जिसकी पुष्टि एक पुलिस प्रवक्ता ने की – बीबीसी रिपोर्ट।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कराची से लगभग 275 किमी (171 मील) दूर, नवाबशाह में सहारा रेलवे स्टेशन के पास हजारा एक्सप्रेस की लगभग 10 बोगियाँ पलट गईं। घायल यात्रियों को पास के अस्पताल में ले जाया गया है, वहीं बचाव दल द्वारा लोगों को मलबे से निकालने की कोशिश ज़ारी है।
हादसे को लेकर बताया गया कि एक्सप्रेस ट्रेन विपरीत ट्रैक पर पटरी से उतरी गई और उसके लगभग एक मिनट बाद ही दूसरी पैसेंजर ट्रेन मलबे से टकरा गई।
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तकनीकी खराबी हो सकती है हादसे की वजह
रेल मंत्री ख्वाजा साद रफीक ने रिपोर्टर्स को बताया कि, “यह काफी बड़ी दुर्घटना है।” रेल मंत्री ने कहा कि जब पटरी से ट्रेन उतरी तो उस समय ट्रेन में कम से कम 1,000 यात्री सवार थे व ट्रैक में उन्हें किसी भी तरह की खराबी की सूचना नहीं मिली थी।
आगे कहा कि शुरुआती जांच से पता चला है कि ट्रेन सामान्य गति से चल रही थी और वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि किस कारण से ट्रेन पटरी से उतरी। उन्होंने कहा कि यह किसी यांत्रिक खराबी या तोड़फोड़ का नतीजा हो सकता है।
बढ़ सकती है मरने वालों की संख्या
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आबिद बलूच ने कहा कि उनके द्वारा 30 शव बरामद किए गए हैं और 60 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है। आगे कहा कि बचाव अभियान के दौरान मरने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी देखी जा सकती है। रेलवे अधिकारी मोहसिन सयाल ने पहले HUM न्यूज चैनल को बताया था कि कराची से ऐब्टाबाद जा रही हजारा एक्सप्रेस के आठ डिब्बे सिंध प्रांत की राजधानी कराची से लगभग 275 किमी (170 मील) दूर नवाबशाह में पटरी से उतर गए।सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई कई तस्वीरों में यह देखने को मिला कि घटनास्थल पर दर्जनों लोग थे। यात्रियों को बचाने के लिए लोग खिड़कियां तोड़ रहे थे।
रिपोर्ट्स में बताया गया कि नवाबशाह ट्रॉमा सेंटर में अफरा-तफरी का माहौल था क्योंकि एम्बुलेंस और निजी कारें घायलों को इलाज के लिए ले जा रही थीं।
रिपोर्ट कहती है कि,एक व्यक्ति अपने बच्चे को गोद में लिए हुए एम्बुलेंस के पीछे से कूद गया, उसके कपड़े खून से लथपथ थे, जबकि एक महिला दर्द से कराह रही थी जब उसे स्ट्रेचर पर ले जाया गया।
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रेल हादसों का रहा है इतिहास
हजारा एक्सप्रेस एक दैनिक पैसेंजर ट्रेन है जो दक्षिण में बंदरगाह शहर कराची से निकलती है और लगभग 1,600 किमी (994 मील) उत्तर में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के हवेलियन तक पहुंचने में लगभग 33 घंटे लेती है।
रिपोर्ट्स बताती हैं कि पाकिस्तान के रेलवे प्रणाली में बहुत समउ से रेल दुर्घटनाएं व ट्रेन के पटरी से उतरने के मामले होते आये हैं। जून 2021 में सिंध के दहरकी के पास दो ट्रेनें टकरा गई थीं जिसमें काम से कम 65 लोगों की मौत हुई थी व 150 लोग घायल हो गए थे।
अन्य रेल दुर्घटना की बात की जाए तो अक्टूबर 2019 में तेज़गाम एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगने से कम से कम 75 यात्रियों की जलकर मौत हो गई, जबकि 2005 में घोटकी में दो ट्रेनों की टक्कर में 100 से अधिक लोगों की मौत होने की खबर सामने आई थी।
अभी हाल ही में, भारत में भी ओडिशा रेल दुर्घटना की खबर सामने आई थी जिसमें लगभग 275 लोगों की जान जानें व 1000 लोगों के घायल होने की खबर थी। भारत का भी रेल हादसों का बड़ा इतिहास रहा है। अमूमन रेल हादसों के दौरान देखा जाता है कि हादसे की वजह पहले बताई नहीं जाती या ये कह दिया जाता है कि यह तकनीकी गलती से हुआ है जैसा कि इस मामले में भी देखने को मिला और ज़्यादातर यही वजह देखने-सुनने को भी मिलती है परन्तु सरकार हादसे का ज़िम्मा लेती नहीं देखती। रेल हादसों का इतिहास होने की बावजूद भी सरकार इन हादसों को रोक पाने में अब तक नाकामयाब ही दिखी है।
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