खबर लहरिया ताजा खबरें दिल्ली में रविदास की मूर्ति तोड़े जाने का विरोध अभी भी जारी

दिल्ली में रविदास की मूर्ति तोड़े जाने का विरोध अभी भी जारी

दिल्ली के तुगलकाबाद में संत गुरु रविदास मंदिर तोड़े जाने के खिलाफ दिल्ली समेत देश के कोने कोने में दलित समाज के लोगों ने विशाल प्रदर्शन किया. जिसके बाद नीले गमछों, नीले झंडों और नीले बैनर-पोस्टर लेकर हजारों की संख्या में लोग दिल्ली के रामलीला मैदान में पहुंचे और रविदास मंदिर तोड़े जाने का विरोध करने लगे. हाथों में लाठी लिए ये लोग जय भीम और जय गुरु रविदास के नारे लगा रहे थे. वहीं सोशल मीडिया पर भी इस मामले को लेकर बवाल मचा हुआ है.

आइए जानते हैं संत गुरु रविदास के बारे में. संत गुरु रविदास 15वीं सदी के एक महान समाज सुधारक थे. उन्होंने भेदभाव से ऊपर उठकर समाज कल्याण की सीख दी. संत गुरु रविदास के जन्म से जुड़ी ज्यादा जानकारी नहीं है लेकिन कुछ साक्ष्यों और तथ्यों के आधार पर महान संत गुरु रविदास का जन्म सन 1377 के आसपास माना जाता है. हिन्दू धर्म महीने के अनुसार संत गुरु रविदास का जन्म माघ महीने के पूर्णिमा के दिन हुआ था. उन्हें संत रैदास के नाम से भी जाना जाता है. चित्रकूट बनारस और ललितपुर के लोगों ने भी विरोध जताया। 31 अगस्त को दिल्ली में एसडीएम के जरिए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंप कर मांग की गई कि उसी जगह पर दोबारा मंदिर बनाया जाय। भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण समेत 96 लोगों को जेल से रिहा किया जाय और घायलों को मुआवजा दिया जाए। अगर सरकार कार्यवाही  करेगी तो बड़ा आंदोलन होगा