मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले का एक ऐसा गांव है जहां पर कुशवाहा समाज के अलावा अन्य कोई जाति इस गांव में जाएगी तो उसकी मौत हो जाएगी। ऐसा यहां के लोगों का मानना है। इस गांव का नाम है ‘खटोला।’ इस ग्राम पंचायत में कुशवाहा समाज ही रहते हैं। इन ग्राम वासियों का कहना है कि हमारे गांव में एक प्रथा चली आ रही है जो पुराने राजा की थी। उन्होंने यहां पर आसमान से सोना फेंका था।
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अगर कोई अन्य जाति यहां पर जाकर रुकेगी तो उसकी सुबह तक मौत हो जाएगी। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि एक बार यहां पर सड़क का काम चल रहा था और कोई अन्य जाति के व्यक्ति आये हुए थे तो उन लोगों ने सोचा कि लोग यहीं पर बस जाएं पर उनकी रातों-रात अचानक बहुत तबयत खराब हुई और वह लोग वहां से चले गए। गांव में अगर कोई टीचर है तो वह भी कुशवाहा है।
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अंधविश्वास समाज में फैला ऐसा रोग है, जिसने समाज की नींव खोखली कर दी है। इसकी आड़ में लोगों को बरगलाना बहुत ही आसान हो गया है। आज भी लोग गांवों या छोटे कस्बों में अपना हित साधने के लिए कोई भी कहानी बना दे रहे हैं। अंधविश्वास में पड़कर लोग ऐसी बातों पर विश्वास करने लगते हैं, जिनका कोई औचित्य नहीं होता।