बिहार सरकार ने राशन कार्ड बनवाने की प्रक्रिया को आसान कर दिया है। अब आवासीय, आय, जाति प्रमाण पत्र के साथ राशन कार्ड भी ऑनलाइन बनवा सकते हैं।
जहां जरूरी दस्तावेज बनवाने के लिए घंटों लाइन में खड़े रहने की मजबूरी थी वहीं अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में घर बैठे ही जरूरी दस्तावेज ऑनलाइन बनवाए जा रहे हैं। निवास, आय, चरित्र और जाति समेत अन्य जरूरी दस्तावेजों के अलावा अब घर बैठे ऑनलाइन राशन कार्ड बनवा सकते हैं। इस सुविधा से लोगों को दफ्तरों में होने वाली उलझन और लंबी कतारों से निजात मिल सकती है। अब घर बैठे आसानी से अपना राशन कार्ड बनवा सकते हैं। यह भी अनदेखा नहीं किया जा सकता है कि बिहार में जल्द ही विधानसभा चुनाव होना है और चुनाव के समय सभी सरकार नई-नई योजना और स्कीमें तो लाते ही हैं और फिर चुनाव के बाद की रंगत कुछ और ही होती है। खैर अब पहले ये जानते हैं कि कैसे ऑनलाइन राशन कार्ड बनाया जाएगा।
ऑनलाइन राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया
बिहार सरकार ने नया राशन कार्ड बनवाने की प्रक्रिया आसान और पूरी तरह ऑनलाइन कर दी है। इसके लिए वेबसाइट rconline.bihar.gov.in पर जाना होगा। वहां पर ‘न्यू यूजर साइन अप फॉर मेरी पहचान’ पर क्लिक करके रजिस्ट्रेशन करना होगा। रजिस्ट्रेशन करते समय परिवार के किसी एक सदस्य का नाम और मोबाइल नंबर डालना पड़ेगा। इसके बाद मोबाइल पर एक ओटीपी (OTP) आएगा जिसे डालकर रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाएगा। इसके बाद जो आईडी और पासवर्ड मिलेगा उससे लॉगिन करके राशन कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।
सरकार की ‘वन नेशन वन राशन कार्ड’ योजना के तहत अब राशन कार्ड धारक बिहार में या देश के किसी भी राज्य में किसी भी सरकारी राशन के दुकान से अनाज ले सकते हैं। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत आने वाले सभी पात्र लोग इस योजना से जुड़कर राज्य के अंदर या बाहर कहीं से भी सस्ते दर पर राशन ले सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज
ऑनलाइन राशन कार्ड के लिए आवेदन करते समय परिवार के सभी सदस्यों की जानकारी भरनी होती है। साथ ही कुछ जरुरी दस्तावेज भी अपलोड करने होते हैं जैसे – आधार कार्ड, बैंक पासबुक, निवास प्रमाण पत्र, परिवार का एक फोटो (JPG/JPEG फॉर्मेट में), आवेदक के हस्ताक्षर, आय या जाति प्रमाण पत्र की स्वहस्ताक्षरित (खुद का हस्ताक्षर) कॉपी भी लगानी होती है।
जब पूरा आवेदन फॉर्म भरकर जमा कर दिया जाएगा तो मोबाइल नंबर पर रिफरेंस नंबर आता है। इस नंबर की मदद से यह देखा जा सकता हैं कि आपके आवेदन की प्रक्रिया कहां तक पहुंची है।
हर महीने अंत्योदय अन्न योजना
अधिकारियों ने कहा कि राशन कार्ड से जुड़ी सुविधा के तहत हर महीने जरूरतमंद परिवारों को मुफ्त में अनाज दिया जा रहा है। अंत्योदय अन्न योजना (AAY) के तहत आने वाले परिवारों को हर महीने 35 किलो अनाज (7 किलो गेहूं और 28 किलो चावल) मुफ्त मिलता है। वहीं, पूर्व से चयनित सामान्य परिवारों (PHH) के हर सदस्य को हर महीने 5 किलो अनाज (1 किलो गेहूं और 4 किलो चावल) दिया जा रहा है।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के तहत सरकार का लक्ष्य ग्रामीण इलाकों की 85.12 प्रतिशत और शहरी इलाकों की 74.53 प्रतिशत आबादी को इस योजना में शामिल करना है। अभी तक करीब 8.35 करोड़ लोगों को इस योजना का लाभ मिल रहा है। पूरे राज्य में 51,185 सरकारी राशन की दुकानों के जरिए हर महीने इन लाभार्थियों को मुफ्त अनाज और जरूरी सामान दिया जा रहा है।
प्रेस पटना के खबर के अनुसार, अधिकारियों ने यह भी बताया कि नई ऑनलाइन सुविधा से लोगों का समय और संसाधन बचेगा तथा राशन कार्ड जारी करने की प्रक्रिया में अधिक स्पष्टता सुनिश्चित होगी। खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने सभी पात्र नागरिकों से इस डिजिटल सेवा का उपयोग करने का आग्रह किया है।
एक तरफ देखें तो यह राशन कार्ड बनाने की योजना लोगों को राहत तो देगी लेकिन दूसरी तरफ देखा जाए तो कई ऐसे लोग होंगे जो इतने शिक्षित नहीं होंगे जो ऑनलाइन प्रक्रिया से राशन कार्ड बनाने का काम कर सके। यह भी जरुरी नहीं नहीं कि हर किसी की पास एक स्मार्ट फोन हो। ऐसे में उन लोगों को राशन कार्ड बनाने के लिए दूसरे जगहों पर दौड़ लगाना पड़ सकता है। दूसरी तरफ ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाने का उद्देश्य यह भी होता है ताकि आम जनता की सारी जानकारी सरकार के पास जमा रहे।
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