जिला चित्रकूट ब्लाक मानिकपुर गांव सरहट इन्द्रा कालोनी यहाँ के नत्थू कोल के पैर में इन्फेक्शन की बीमारी से दोनो पैर कट गये है। आयुष्यमान कार्ड एक रुपये का इलाज नही हुआ है 27 साल बीमार पडे है लगभग आठ लाख का कर्ज काढ के दवा करवा चुके है।
इस समय घर मे कमाने वाले कोई नही है अब दो साल से बहुत परेशानी है शौचालय के लिए दो लोग उठा के ले जाते है नही जहा लेटते है। वही लैट्रिन करते है। पांच बच्चे है अभी दो लडकी सादी करने के लिए है। औरत मजदूरी करके लाती है तो बच्चो को खिलाती है और दवा करवाती है कभी कभी घर मे कुछ खाने के लिए नही रहता है बच्चे भूखे सो जाते है।
नत्थू कोल का कहना है की हमारे जैसे लोगो को सरकार दवा करवाये या तो किटनी निकलवा के मुक्त मे दे दे। इस तरह से जीने से कोई फायदा नही है। नाम के लिए आयुष्यमान कार्ड बन जाता है पर मरीजो को कोई लाभ नही मिलता मानिकपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मे कइयो दरकी दवा करवाने गये पर कोई सहायता नही मिला है। बस नाम के खातिर आयुष्मान कार्ड बना है। सरकार के दरफ से कुछ कोटा का गल्ला मिल जाता है बस यही कुछ खाने के लिए हो जाता है मजदूरी करने बच्चे जाते है तो समय से पैसा नही मिलता है इस तरह से मजदूरी का स्थिति है।डेंगू के बीमारी ले रही जान, आप रहिये सावधान
मानिकपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधिक्षक राजेश कुमार का कहना है की यदि इस तरह से हमारे यहा मरीज आते है तो जिस अस्पताल से आयुष्यमान कार्ड इलाज होता है। वहा के लिए रिफर का सहयोग करते है जैसे पी जी आई मे और स्वारूपरानी के लिए सल्लाह देते है। जिला अस्पताल सीएमएस का कहना है की आयुष्यमान कार्ड से पांच लाख तक का इलाज होता है। यदि इस तरह के मरीज है तो रिफर के लिए सहयोग जरूर करूगा अच्छे से इलाज होगा हमारे यहा जितने आयुष्यमान कार्ड धारक आये है सभी का सहयोग किया गया है।