चित्रकूट जिले के 2 अध्यापकों ने अपनी रचनात्मकता से ये साबित कर दिया है कि प्राइमरी स्कुल के अध्यापक सिर्फ खानापूर्ति नहीं करते। भौरी गांव की शहनाज़ बनो और प्रधान अध्यापक , राजकुमार शर्मा ने ‘इन्डिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ में अपना नाम दर्ज करवा कर अपने जिले का नाम रौशन किया हैं।
अंतराष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम के विषय, ‘आओ भारत को जाने में’ इन्होने भाग लिया था। इन्होंने ‘आँध्रप्रदेश पर दोहे और चौपाईयाँ ‘ विषय को चुना और इसपर संरचना की।
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3 मई, 2022 को ममता सैनी जोकि अंतराष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच की संस्थापिका है, उन्होंने इन्हें वॉट्स्ऐप ग्रुप के ज़रिये इस खुशखबरी की जानकारी दी। ममता सैनी ने ही राजकुमार शर्मा को इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया था।
यह प्रोत्साहन भी इन्हें इसलिए मिला क्यूंकि इनके स्कूल में पढ़ाई का माध्यम भी सुर और ताल पर होता हैं। राजकुमार शर्मा के मुताबिक, स्कूल में ज़्यादा अध्यापक नहीं है, इस वजह से लगभग सारे विषय जो अध्यापक वहां पर उपस्थित हैं, उनको ही इन विषय को पढ़ाना पड़ता हैं।
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राजकुमार शर्मा ने बताया कि ,आजकल सोशल मीडिया का ज़माना है। ऐसे में बच्चे भी यूट्यूब देख कर अपना वक़्त व्यतीत करते है। इससे इन्होने सोचा क्यूँ न वो उन विषयों को जो ज़्यादातर बच्चों को पढ़ने में मुश्किल होती है उन्हें मनोरंजन में बदल दिया जाए। इस वजह से इन्होने कई सारे काव्य कविताओ की संरचना कर डाली।
शहनाज़ बानो कहती हैं ,’ बचपन से ही मैं किसी भी बातों को कविताओं में ढाल कर गुनगुनाती थी, लेकिन फिर पढ़ाई में ये शौक गुम होता चला गया, उसके बाद शादी हो गयी। फिर मेरा ये शौक भी बिलकुल ख़त्म हो गया। एक काव्य कार्यक्रम के दौरान मैंने पाया कि मैं इससे अच्छी कविता लिख सकती हूँ और मैंने लिखा भी। राजकुमार सर के प्रोत्साहन से मैंने अब तक कई सारी चौपाइयां और कविताए लिखी है और उन्हें मैं विद्यालय में छात्रों को पढ़ाती भी हूँ।
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