मध्य प्रदेश में मौजूद गुप्त गोदावरी में दो गुफाएं हैं, एक बड़ी गुफ़ा और दूसरी छोटी गुफ़ा।
“गुप्त गोदावरी”, मध्यप्रदेश के चित्रकूट जिले से बहने वाली एक नदी व गुफा का नाम है। इस गुफ़ा से बहने वाली नदी को लोग रहस्य्मयी नदी का भी नाम देते हैं। इसके रहस्य को यहां प्रचलित पौराणिक कथाओं से जोड़ा जाता है।
मौजूदा जानकारी के अनुसार, गुप्त गोदावरी में दो ऐसी गुफाएं हैं जिसके निर्माण और मौजूद होने का राज़ सबसे छिपा हुआ है। इन दो गुफाओं में एक गुफा बड़ी तो दूसरी गुफा छोटी है। जब हम बड़ी गुफ़ा की ओर अपने कदम बढ़ाते हैं तो वहां आपको एक अलग-सी शांति महसूस होगी, सन्नाटे की तरह। बताया गया है कि इस गुफ़ा में आपको पानी नहीं मिलेगा। जैसे-जैसे हम गुफ़ा के आखिर में पहुंचेंगे, गुफ़ा में बैठी खामोशी का दायरा और भी ज़्यादा बढ़ता जाएगा। गुफ़ा में अंत में पहुंचने के बाद आपको एक तालाब दिखाई देगा।
वहीं दूसरी गुफ़ा में घुसने के लिए आपको पानी के रास्ते से निकलना होगा। गुफ़ा के आस-पास अगर आपकी नज़रें गईं तो आप गुफ़ा को विचित्र होता हुआ पाएंगे। बताया जाता है कि दशकों पुरानी ये गुफाएं प्रकृति की कला का एक रूप है। जैसे-जैसे हम अंदर जाते जाएंगे, पानी गहराता जाएगा और पानी आपके घुटनों तक आ जाएगा। प्रचलित कथाएं बताती हैं कि गुफ़ा में जहां पानी नहीं है, वहां पैर रखने पर भी आपको पानी का एहसास होगा लेकिन इसकी वास्तविकता का कोई प्रमाण नहीं है।
जानकारी है कि गर्मियों में गुफा का वातावरण ठंडा रहता है।
यह सब तो बस कहानियां और कुछ बताई गई जानकारियां हैं। क्या कितना सच और मिथ्य है, इसके लिए आप खुद इन गुफाओं का सफ़र करें और अनुभव करें यहां के रहस्य।
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