पन्ना जिले के अजयगढ़ ब्लॉक में आज 27th जनवरी को नगरपालिका द्वारा ‘अतिक्रमण हटाओ अभियान‘ के तहत सड़क के किनारे अवैध रूप से लगाई गयी सभी दुकानों को हटा दिया गया। दुकानें सड़क का बहुत–सा हिस्सा घेर रही थी। सड़क से आने–जाने वालों की शिकायत के अनुसार सड़क के हिस्सों पर दुकान का घेराव होने की वजह से उन्हें वाहन निकालने में रोज़ाना समस्याओं का सामना करना पड़ता था। कई बार तो दुर्घटना भी हो चुकी है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए नगरपालिका द्वारा अभियान के तहत दुकानों को हटाया गया।
नगरपालिका के आदेश के बाद भी, नहीं हटायी दुकानें
लोगों द्वारा सड़क के किनारे छप्पर डालकर सब्ज़ी–कपड़े की दुकान, होटल आदि खोले हुए थे। जो नगरपालिका द्वारा हटाए गए ताकि सड़क को लोगों के आने–जाने के लिए खाली किया जा सके। जानकारी के अनुसार, नगरपालिका का कहना था कि उनके द्वारा पहले ही लोगों को दुकाने हटाने के बारे आदेश दे दिया गया था। यह कहा गया था कि या तो लोग खुद सड़क के किनारे से अपनी दुकानें हटा लें वरना जेसीबी मशीन द्वारा उनकी दुकानें गिरा दी जाएंगी। जब लोगों को आगाह करने के बाद भी उनके द्वारा उनकी अवैध दुकानों को नहीं हटाया गया तो नगरपालिका ने उनकी दुकानों को आज गिरा दिया।
इन लोगों की गयी दुकानें
▪️सुरेन्द्र साहू पिछले पांच सालों से सड़क के किनारे पान की दुकान लगा रहे हैं। जिससे उनके परिवार का भरन–पोषण होता था। लेकिन उन्होंने अपनी दुकान को अवैध रूप से लगाया हुआ था, जिसकी वजह से उनकी दुकान को गिरा दिया गया।
▪️नन्ना साहू की भी पहले सड़क किनारे पान की दुकान थी। उनका कहना है कि उन्हें पता था कि उन्होंने पीडब्लूडी यानी पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट विभाग की ज़मीन पर दुकान लगा रखी थी, जिसे कभी भी हटाया जा सकता था। इसलिए उन्होंने ज़मीन को खुद ही खाली कर दिया।
▪️संतराम कुशवाहा की सड़क के किनारे सब्ज़ी की दुकान थी। उनका कहना है कि क्योंकि अब उनकी दुकान हटा दी गयी है तो वह अब ठेले पर ही सब्ज़ी बेचेंगे।
▪️सुहाना कुशवाहा की सड़क के किनारे सिलाई की छोटी सी दुकान थी। उनका कहना है कि वह भी अब दुकान को इधर–उधर करके थक गयी हैं। अब वह अपने घर मे ही सिलाई की दुकान खोलेंगी। हालांकि, उन्हें घर में दुकान खोलने से उतना फायदा नहीं होगा जितना उन्हें सड़क के किनारे दुकान लगे होने की वजह से होता था। वह आखिरी में कहती हैं “एक रोटी नहीं तो आधी ही सही, कम से कम इधर–उधर नहीं करना पड़ेगा।“
अधिकारियों की निगरानी में गिरी अवैध दुकानें
दुकानों को सड़क से हटाने के दौरान अजयगढ़ नगरपालिका के सीएमओ बी.एल तिवारी, एसडीएम बी.बी पांडे और तहसीलदार धीरज गौतम मौके पर मौजूद रहें। उनकी निगरानी में सभी दुकानों को हटवाया गया और रास्ते को पहले की तरह चौड़ा किया गया। जो अवैध दुकानें लगने की वजह से सिकुड़ गयी थीं।
7 दिनों तक हटाया जाएगा, सभी अवैध दुकानों को
मिली जानकारी के अनुसार, कुछ महीने पहले एक व्यक्ति की मोटरसाइकिल दोपहर के समय चौराहे से टकरा गयी थी। जिसके बाद उसे काफी चोटें आईं थीं। दुर्घटना इसलिए हुई क्योंकि चौराहे की आधी से ज़्यादा जगह पर दुकानों का कब्ज़ा था और वाहन मोड़ने के लिए उपयुक्त जगह नहीं थी। साथ ही नगरपालिका के कर्मचारी ने बताया कि फिलहाल सात दिनों तक मुख्य सड़कों के किनारे लगीं सभी अवैध दुकानों को हटाया जाएगा ताकि किसी भी तरह की दुर्घटना की संभावना ना हो।
सड़क के किनारे अभी–भी कई लोगों की दुकाने है। यह दुकानें उनकी है जिन्होंने वैध तरीके से अपनी दुकानें लगाई हैं और उनकी दुकानों की वजह से आने–जाने वाले वाहन को कोई परेशानी भी नहीं होती। वहीं, अवैध तरह से कहीं भी दुकान लगाना किसी भी तरह से मान्य नहीं है।