दिल्ली में यमुना नदी चेतावनी स्तर के करीब पहुँच गई है। दोपहर 12 बजे पुराने रेलवे ब्रिज पर नदी का जलस्तर 204.36 मीटर रिकार्ड किया गया। नदी का चेतावनी स्तर 204.50 मीटर है। हथिनीकुंड बैराज से लगातार नदी में पानी छोड़े जाने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हो रही है। दोपहर 12 बजे बैराज से 2,17,003 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
देश के अलग-अलग हिस्सों में हो रही लगातार बारिश से जान-माल की हानि होने की खबरें हैं। टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर भारत में बड़े पैमाने पर भूस्खलन, बाढ़ और जलभराव की वजह से कम से कम 28 लोगों की मौत हो गई है। वहीं जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी ज़ारी की गई है।
ताज़ा जानकारी के अनुसार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज राष्ट्रीय राजधानी में लगातार बारिश से बने हालात पर सभी मंत्रियों, अधिकारियों और मेयर के साथ बैठक की है।
ताज़ा अपडेट यह भी है कि यमुना नदी चेतावनी स्तर के करीब पहुँच गई है। दोपहर 12 बजे पुराने रेलवे ब्रिज पर नदी का जलस्तर 204.36 मीटर रिकार्ड किया गया। नदी का चेतावनी स्तर 204.50 मीटर है। हथिनीकुंड बैराज से लगातार नदी में पानी छोड़े जाने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हो रही है। दोपहर 12 बजे बैराज से 2,17,003 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने नदी का निरीक्षण किया और कहा कि बाढ़ के मैदानों में रहने वाले लोगों को निकाला जा रहा है, नावें तैनात की गई हैं।
बता दें, पिछले 24 घंटों में 8-10 जिलों में भारी से बहुत अत्यधिक बारिश हुई है। माउंट आबू, सिरोही में 231 मिलीमीटर बारिश दर्ज़ की गई है। वहीं जयपुर आईएमडी निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि अगले 8-10 दिनों तक पूर्वी राजस्थान में मॉनसून का दौर ज़ारी रहने की संभावना है।
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अत्यधिक बारिश को देखते हुए सीएम योगी ने चिकित्सा सहायता पर दिया ज़ोर
बिजली गिरने और अत्यधिक बारिश की घटनाओं के बाद जानमाल के नुकसान की खबरें आने के बाद, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार 10 जुलाई को पीड़ितों को तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने पर ज़ोर दिया है। एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए, सीएम योगी ने बिजली के संबंध में सटीक पूर्वानुमान/पूर्व चेतावनी प्रणाली के लिए एक बेहतर प्रणाली विकसित करने की आवश्यकता के बारे में भी बता की। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से कहा, “मानव/पशु हानि को न्यूनतम रखने के लिए यह आवश्यक है।”
पंजाब में भारी बारिश से लोगों के डूबे घर
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ट्वीट कर राज्य के लोगों से लगातार हो रही बारिश और बाढ़ को देखते हुए न घबराने की अपील की है। उन्होंने कहा कि वह ज़मीनी स्थिति के बारे में अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं।
बता दें, पंजाब के फरीदकोट जिले के चहल गांव में लंगेना नाला (Langeana drain) उफान पर होने से उसमें 30 घर डूब गए हैं और वहां एनडीआरएफ बचाव कार्य में जुटी हुई है।
इसके अलावा भारी बारिश की वजह से हथिनी कुंड बैराज पर यमुना नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। इसकी वजह से यमुना से सटे निचले इलाकों के लोगों को नदी के किनारे से दूर रहने के लिए कहा गया है।
बारिश से हिमाचल की स्थिति भी खराब
हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता जयराम ठाकुर ने अत्यधिक बारिश को देखते हुए कहा, “इस बार बारिश से अभूतपूर्व नुकसान हुआ है…पूरे गांव खाली कराए जा रहे हैं, हिमाचल प्रदेश में ऐसी स्थिति पहली बार देखने को मिल रही है…सरकार को समय रहते तैयारी करनी चाहिए थी…मुझे लगता है कि इसे थोड़ा लापरवाही से लिया गया इस बार…लेकिन मैं एनडीआरएफ, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उन सभी टीमों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने लोगों को बचाने के लिए काम किया है…मैंने पीएमओ से भी बात की और उन्हें राज्य की स्थिति के बारे में सारी जानकारी दी। मेरे निर्वाचन क्षेत्र में थुनाग क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ…मैं मंडी और कुल्लू दोनों का दौरा करने की कोशिश करूंगा।”
अब क्योंकि यह मानसून का दौर चल रहा है तो ऐसे में नागरिकों को अत्यधिक बारिश से कब तक राहत मिलेगी यह नहीं कहा जा सकता। पहाड़ी इलाकों में स्थिति और भी ज़्यादा खराब है। पहाड़ टूट कर गिर रहे हैं। घर बाढ़ में बहे जा रहे हैं। यहां सरकार पर पहले से ऐसी स्थिति को लेकर तैयारी न करने को लेकर आरोप भी लगाया जा रहा है।
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