मानसून ने दी दस्तक, कोरोना के साथ मानसूनी बिमारियों के फैलने की भी आशंका
केरल में भारी बारिश के बीच भारतीय मौसम विभाग ने राज्य के 9 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने केरल के तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, इडुक्की, मलप्पुरम और कन्नूर जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।
Onset of Southwest Monsoon over Kerala:
Southwest Monsoon set in over Kerala 2020 today, the 1st June, 2020 coinciding with its normal date. pic.twitter.com/JTwN5on6Yj— IMD Weather (@IMDWeather) June 1, 2020
केरल के ज्यादातर इलाकों में भारी बारिश हो रही है, जिसकी वजह से तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक तिरुवनंतपुरम में दिन का तापमान 25 डिग्री तक चला गया है। केरल के दक्षिण तटीय इलाकों और लक्षद्वीप में बीते चार दिनों से लगातार बारिश हो रही है।
महाराष्ट्र और गुजरात में चक्रवाती तूफान का खतरा
अम्फान के बाद अब महाराष्ट्र और गुजरात में चक्रवाती तूफान का खतरा मंडरा रहा है। इसको लेकर भी मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कहा है कि अरब सागर और लक्षद्वीप पर कम दबाव का क्षेत्र बना है। यह आगे बढ़ते हुए चक्रवाती तूफान में बदल रहा है। जोकि अगले हफ्ते महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों तक पहुंच सकता है। इसे देखते हुए 4 जून को महाराष्ट्र और गुजरात के तटवर्ती इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया गया है।
मानसून का असर उत्तर भारत में दिखने को मिल रहा है। दिल्ली सहित उत्तर भारत के अनेक राज्यों में रविवार (31 मई)को हल्की से मध्यम बारिश हुई जिससे क्षेत्र में लू से एक सप्ताह राहत मिलने के आसार हैं। पिछले हफ्ते उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में लू चलनी शुरू हो गई थी। ऐसा बताया जा रहा है की तीन जून तक उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में जाने से पहले कम दबाव का क्षेत्र एक चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है।
मानसूनी बीमारियों के लिए जारी किए नियम
वेब दुनियां में प्रकाशित खबर के अनुसार केरल में सरकार ने मानसून से जुड़ीं बीमारियों से निपटने के लिए बुखार के संबंध में नए नियम जारी किए हैं। राज्य कोविड-19 महामारी के खिलाफ भी अपनी लड़ाई जारी रखे हुए है।
स्वास्थ्य सेवा निदेशालय द्वारा रविवार को अपनी वेबसाइट पर जारी ताजा चिकित्सीय रिपोर्ट के अनुसार 30 मई को बुखार के कम से कम 2,660 मामले आए हैं और पूरे मई में 65,039 बुखार के मामले सामने आए। राज्य सरकार ने मानसून के मौसम में बुखार के मामलों में बढ़ोतरी की आशंका जताई है। इसके साथ ही डेंगू बुखार, चिकुनगुनिया और लेप्टोस्पाइरोसिस के मामले भी बढ़ सकते हैं।
इस संशोधित नियम के तहत केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि जो लोग बुखार की शिकायत के साथ अस्पताल आ रहे हैं, उन्हें अस्पताल के प्रवेश द्वार पर ही अलग किया जाए और उनके बैठने की अलग व्यवस्था की जाए। विजयन ने कहा कि कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई के दौरान बरसात के मौसम में होने वाली बीमारियों पर नियंत्रण करना बेहद जरूरी है।