जिला वाराणसी ब्लाक चिरईगावँ गावँ छाही के लगभग 10 मज़दूर मनरेगा में काम और बकाया वेतन की मांग को लेकर सहायक विकास अधिकारी रजनीश कुमार पांडे के पास पहुंचे हैं। लोगों का कहना है कि उन्हें खाली बैठे हुए लभगभ छह महीने हो गए हैं। लेकिन उन्हें कोई काम नहीं मिला है। यूँ तो सरकार ने मनरेगा में काम दिलाने के बहुत बड़े-बड़े वादे किये थे। लेकिन असल में ऐसा कुछ हुआ ही नहीं। मज़दूरों का कहना है कि उन्होंने लगभग चार महीने पहले चकरोड का काम किया था।
जिसमें से 14 दिन का वेतन उन्हें अभी तक नहीं दिया गया है। वेतन की मांग को लेकर लोगों द्वारा कई बार अधिकारियों के दफ़्तर में चक्कर में लगाए गए। लेकिन फिर भी ना काम मिला और ना ही वेतन। वहीं लोगों का यह भी कहना है कि अधिकारी द्वारा उनके जॉब कार्ड पर हाज़िरी भी नहीं लगाई जाती है। मज़दूरों का कहना है कि अधिकारी द्वारा उन्हें काम का आश्वाशन देते हुए पात्र दिया गया है। लेकिन उन्हें नहीं पता कि कब तक उन्हें काम मिलेगा।
गाँव की प्रधान गीता देवी के पति सिया राम यादव का कहना है कि कुछ लोगो का मजदूरी मिल गया है और जिन लोगो का नही मिला है। उन लोगों को भी जल्द ही मिल जाएगा। वह यह भी कहते हैं कि गाँव में रोज़गार सेवक नहीं है। इसी वजह से जॉब कार्ड पर हाज़िरी नहीं भरी जाती। सहायक विकास अधिकारी रजनीश कुमार पांडे का कहना है कि मज़दूरों द्वारा दिया गया ज्ञापन खंड विकास अधिकारी को दिया जाएगा और मांगो को लेकर जल्द ही कार्यवाही भी की जाएगी।