बांदा जिले के नरैनी तहसील अंतर्गत आने वाले कई गांवों के सैकडो़ किसानों ने अप्रैल और मई 2020 में पीसीयू नरैनी में अपना चना बेचा था जिसका भुगतान साल पूरा होने जा रहा है अभी तक नहीं हुआ उससे किसान काफी परेशान है और आक्रोशित किसानों ने अधिकारियों के कई बार शिकायत करने के बाद भी ना सुनने पर धरने और कोर्ट की धमकी दी है |
19 जनवरी 2021 को तहसील दिवस में आए दर्जनों किसानों ने डीएम को ज्ञापन दिया और जल्द ही जना भुगतान की मांग की किसानों का कहना है उनका किसी का एक लाख किसी का 50000 इस तरह से लगभग ढाई सौ किसानों का भुगतान चना का पड़ा हुआ है वह लोग घर खर्च और दूसरी जुताई बुवाई के लिए कर ले लेकर किसी तरह गुजारा कर रहे हैं अब उनको कर्ज भी नहीं मिल रहा|
जिससे वह बहुत परेशान है कई बार उन्होंने शिकायत की लेकिन उनको हर बार यह आश्वासन दिया जाता है कि जांच चल रही है लेकिन उन्हें जांच से क्या लेना देना अगर कोई नींद आए पाई गई थी और जांच चल रही है तो वह केंद्र मालिक और विभाग जाने किसान तो सिर्फ अनपढ़ आदमी है वह अपना गला लेकर आ गया उसे क्या पता कि कितना मानक होता है कितना नहीं इसलिए वह चाहते हैं कि जांच अपनी जगह है लेकिन उनका भुगतान कर दिया जाए| इस मामले में बांदा कोऑपरेटिव विरेन्द्र बाबू ए आर का कहना है कि जांच पूरी हो चुकी है और दिसंबर में जांच लखनऊ भेज भी दी गई है अब यह लखनऊ विस्तर का मामला है फिलहाल इस में काम चल रहा है और वह कुछ नहीं बता सकते|