गाजियाबाद से महोबा पहुचे प्रवासी मजदूरों को सुविधा के नाम पर मिल रहा ठेंगा :सरकार मजदूरों को घर भेजने के लिए कई तरह के उपाय अपना आ रही हैं फ्री वाहन चलाकर उनके घर सुरक्षित भेजने का बीड़ा भी उठाया है जिसमें 21 मई को गाजियाबाद से चलकर महोबा श्रमिक मजदूरों को लेकर सुबह 7:00 बजे रेलवे स्टेशन पहुंचे जिसमें करीब 200 से ऊपर मजदूर थे जिला प्रशासन द्वारा सभी श्रमिकों को बसों में बिठाकर उन्हें करंट इन जगह पर भेजा गया जहां पर उनकी स्क्रीनिंग की गई और वही पर मजदूरों से जो हमने बात की तो लोगों ने कई तरह के उनको रेंट इन स्थलों पर असुविधा होने की बात कहे जैसे सुबह से बच्चे दूध के लिए भूखे रो रहे थे पानी पीने के लिए व्यवस्था नहीं थी लोग खाने के लिए तड़प रहे थे प्रशासन लोगों को लंबी लाइन कतार बनाया खड़े किए थे पर उनके खाने-पीने की ना तो कोई सुध ले रहा था और ना ही छाया की कोई व्यवस्था थी यहां तक कि प्रशासन की नजरों के सामने लोग धूप से भी इधर-उधर दौड़ते नजर आए इस मामले को लेकर हमने महोबा सदर एसडीएम से बात की तो उन्होंने बताया कि स्क्रीन की व्यवस्था की गई है सारे मजदूरों को बसों के द्वारा निशुल्क उनके घर तक सुरक्षित पहुंचाया जाएगा जब तू टेंशन की बात की गई तो इधर-उधर बाद घुमाते हुए नजर आए|
चिंता की बात यह है अब इन प्रवासी मजदूरों को पता नहीं कब तक इनके घर तक पहुंचाया जायेगा अब बस यही देखना है