छतरपुर जिले में एसडीएम द्वारा विवाह घर संचालकों को मिली नोटिस। नोटिस में कहा गया है की अगर 10 दिन के अंदर व्यवस्था नहीं सुधारते तो मैरिज हाल सील किए जाएंगे। इसके जवाब में मैरिज हाउसएसोसिएशन की ओर से ज्ञापन देकर एक महीने का समय माँगा गया।
पार्किंग का आभाव होने से लग रही जाम की स्थिति
मैरेज हाउस संचालक चंद्रमा असाटी और अनिल गुप्ता का कहना है कि हमारे द्वारा नगर पालिका को टैक्स दिया जाता है। और कई ऐसे विवाह घर है जिनमें पार्किंग की व्यवस्था है और उनका पंजीयन भी है, यदि जो नियम विरुद्ध है तो उन्हें एक माह का समय दिया जाए। और यदि जो लोग नियम का पालन नहीं करते हैं उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए।
लेकिन 24 घंटे का अल्टीमेटम देकर इतनी जल्दी व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हो सकता है। शहर में विवाह घर जोकि संचालित हो रहे हैं उनमें पार्किंग का अभाव होने के कारण शहर में जाम की स्थिति निर्मित होती है। जिसको लेकर यह नोटिस मैरिज हाउस संचालकों को सौंपे गए थे।
विभाग घर संचालकों वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय लाल उपाध्यक्ष गगन गिरोटी का कहना है कि अप्रैल माह से विवाह समारोह के कार्यक्रम आयोजित होने से पूर्व हम लोग व्यवस्था में सुधार लेंगे। फिर भी यदि प्रशासन नहीं मानता है तो नोटिस प्राप्त होने के 1 माह के अंदर व्यवस्था में सुधार ली जाएंगी और यदि जो भी विवाह घर संचालक व्यवस्थाएं नहीं सुधरता है उनके विरुद्ध नियम विरुद्ध कार्रवाई की जा सकती है। जिस पर टेंट हाउस एवं मैरेज हाउस एसोसिएशन को कोई भी एतराज नहीं है।
कलेक्टर से बात कर बढ़ाया जा सकता है समय
छतरपुर एसडीएम प्रियांशी भंवर ने कहा की विवाह घर संचालकों के द्वारा जो मांग पत्र दिया गया है उस पर छतरपुर कलेक्टर से बात की जाएगी, लेकिन यदि पार्किंग की व्यवस्था और पंजीयन नहीं कराते हैं तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। शहर में हाईवे पर संचालित विवाह घरों से अक्सर जाम लगता है जिससे आए दिन जाम और यातायात व्यवस्था बाधित होती है।
जाम के कारण दुकानदार नहीं लगा पाते दुकान
छतरपुर जिले के रहने वाले फिरोज खान का कहना है कि कई-कई दिन में जब शादियां होती हैं तो मैरिज हॉल की जो गाड़ियां रहती हैं वह अलग-अलग जगह पर लोग पार्किंग करते हैं। तो हम लोग सब्जी की दुकान भी नहीं लगा पाते। अयूब खान का कहना है कि रात में जाम की स्थिति इतनी ज्यादा बढ़ती है कि अगर किसी को जल्दी जाना हो तो वह यहां से आधा किलोमीटर पैदल चले उसके बाद रास्ता खुलता है।
मंदिर के पुजारी अशोक पंडित का कहना है कि यहां पर मंदिर के आसपास भी गाड़ियां लोग खड़ी कर देते हैं। जब मैरिज हॉल वाले पूरे पैसे लेते हैं तो मैरिज गार्डन के अंदर की पार्किंग क्यों नहीं बनवाते। हम लोगों को काफी समस्याएं होती हैं।साजिद खान का कहना है कि एक बार हमने गाड़ी कहीं और पार्किंग कर दी थी तो हमारी गाड़ी चोरी हो गई थी। अगर मैरिज गार्डन वालों के पास पार्किंग की व्यवस्था होती तो हमारी गाड़ी चोरी नहीं होती। रिपोर्ट करने के एक हप्ते के बाद हमारी गाड़ी मिली थी।
पुलिस निकालती है गाड़ियों की हवा
यादव का कहना है कि हम लोग अगर कहीं भी गाड़ी खड़ी करते हैं तो पुलिस वाले गाड़ियों की हवा निकाल देते हैं। हम लोग शादी ब्याह से घर लौट कर आते हैं तो पता चलता है कि हमारे गाड़ी की हवा निकली हुई है।
सभी घर संचालकों संरक्षक चंद्रमा असाटी, अध्यक्ष अनिल गुप्ता, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय लाल उपाध्यक्ष गगन गिरोटी, कोषाध्यक्ष मंगल सिंह सचिव एवं मीडिया प्रभारी राजेंद्र तिवारी सचिव काजू शर्मा, और नितिन मिश्रा ने मिलकर एसडीएम को ज्ञापन दिया ।