खबर लहरिया छतरपुर मकर संक्रांति: बाज़ार से आसमान तक पतंग की रौनक

मकर संक्रांति: बाज़ार से आसमान तक पतंग की रौनक

जिला छतरपुर ब्लॉक छतरपुर में मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर बच्चे यहां पर पतंग उड़ा कर अपनी छुट्टियां मना रहे हैं। छोटे-छोटे बच्चे अपने माता पिता से पैसे लेकर पतंग खरीदते हैं। उसके बाद पतंग को उड़ाने के लिए बनाते हैं। उसके बाद पतंग उड़ाते हैं जिससे बच्चों के चेहरे पर बहुत ही खुशी दिखाई दे रही है।

जब बच्चों से बात की तो बच्चों ने बताया हम लोग मकर संक्रांति में पतंग उड़ाते हैं और हमें इसे  उड़ाना बहुत अच्छा लगता है। क्योंकि साल भर में यह त्यौहार है जिसमें हम लोग खूब इंजॉय करते हैं।

मकर संक्रांति के मौके पर सिर्फ एक ही दुकान है। जिस पर यहां पर लेने आते हैं जब हमने दुकानदार ने बताया कि हम लोग कानपुर से आते हैं और यहीं से सप्लाई होती है। पूरे छतरपुर के बच्चे यहां पर सुबह से लेकर शाम तक भीड़ मचाए रहते हैं।

और हम लोग यहां पर रंग बिरंगी पतंगे बेचते है और के पतंगे तिरंगे वाली हैं तो कोई फूल मोदी वाली तो कोई पतंग मकर संक्रांति लिखे हुए। हमारे यहां तरह-तरह की पतंगे  है। रंग बिरंगी पतंग लेके यह बच्चे बहुत खुश होते हैं। ऐसा ही जिला वाराणसी में नगर क्षेत्र बिसेस्सर गंज अलईपुर में मंकर संक्रांति का तैयारी छ माह पहले से ही शुरू हो जाता है और ज्यादा काम तो दिसंबर और जनवरी में होता हैदहीबड़े के बिना मकरसंक्रांति का मज़ा अधूरा है! आ गई रे चटोरी संक्रांति स्पेशल

और इस पतंग में हर लोग मजा लेते हैं खासकर छोटा बच्चा इस पतंग का तीन माह पहले से ही उड़ाने लगते हैं। हरीराम मोहम्मद विहार से नौशाद दिल्ली से मोहमद इसलाम अलईपुरा के यह लोगो का कहना है कि यह पंतग बनाने कि जो तैयारी होता है वह छ माह पहले से होता है और मार्केट में तो मंकर संक्रांति को हर दुकान और हर घर में और हर बच्चो के हाथ में दिखेगा। इस का पतग बनाने में एक दिन में हजार पंतग बन जाता है और इस समय तो हर लोग इसे पसंद करते हैं जो कि इस पंतग मे सब बच्चों तो रखते हैं और खिचड़ी और मंकर संक्रांति को दिन तो महिलाओं भी मनोरंजन करती हैं। पंतग में किसी हीरो या फोटो छपा रहता है तो ज्यादा बिकता है। और कुछ बच्चो का कहना है कि हम लोग पंतग उड़ाने में समय का पता नहीं चलता, बहुत मजा आता है एक दुसरे की पंतग काटने, लूटने और उडाने में ।