केले की पोषकता और आसानी से उपलब्धता के चलते इसकी खेती पूर्वी उत्तर प्रदेश में बढ़ती जा रही है। केले की खेती में पानी की ज़्यादा से ज़्यादा आवश्यकता होती है, और साल भर में इसके पेड़ फल के साथ तैयार हो जाते हैं।
लेकिन फिलहाल महोबा के किसान खेतों में अतिरिक्त पानी न मिलने के चलते केले की खेती को लेकर परेशान हैं। महोबा के अजनर के रहने वाले विनोद राजपूत भी केले की खेती कर रहे हैं। विनोद बताते हैं कि पानी की कमी के चलते उनका इस खेती में काफी नुकसान हो गया। उन्होंने ट्यूबवेल से लेकर सब-मर्सिबल मोटर भी लगवाया लेकिन बिजली की समस्या के चलते उनके खेत में समय रहते सिंचाई नहीं हो पाई।
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फिलहाल विनोद की केले की खेती लगभग 60 प्रतिशत तैयार हो चुकी है और उन्हें उम्मीद है कि जितनी लागत लगी है वो उतना मुनाफा कर पाएंगे। विनोद की मानें तो अगर बुंदेलखंड के किसानों को उचित पानी एवं बिजली की व्यवस्था दी जाए, तो कम लागत में किसान केले की खेती कर अच्छा मुनाफा कर सकते हैं।
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