महोबा जिले गाँव लाडपुर के लोगों का कहना है कि गाँव में बहुत लोगों, खासकर बुज़ुर्गों में लगभग पिछले एक साल से लकवा की बीमारी देखने को मिल रही है। गाँव के लोगों का कहना है कि उनके घर में 70 साल के लोग इस बीमारी से ग्रसित हैं। लोगों ने यह भी बताया कि गाँव के अस्पताल में इसका इलाज नहीं होने के कारण लोगों को दूसरे शहर में ले जाकर इन मरीज़ों का इलाज करवाया जाता है।
वहाँ के डॉक्टरों ने यह भी कह दिया कि इस लकवा की बीमारी का कोई संपूर्ण इलाज नहीं है। घर में ही देखभाल करना होगा। इसमें सिर्फ पैसे की बर्बादी ही होगी। पूरे गाँव में अब तक लगभग 8 से 10 मामले हो चुके हैं।
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जिला अस्पताल महोबा के डॉ.टी.के अग्रवाल ने बताया कि यह कोई छुआछूत की बीमारी नहीं है और इसमें खास करके बुज़ुर्गों को अपनी सेहत का बहुत ध्यान रखना चाहिए। जो लोग बीपी और शुगर के मरीज़ है उन्हें खूब टहलना चाहिए और खाने में नमक का सेवन कम करना चाहिए। जो मरीज़ उम्र में ज़्यादा हैं उनके लिए फिज़िओथेरेपी काफी लाभदायक होता है।
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