जिला महोबा, ब्लाक पनवाड़ी, गांव भरवारा की आबादी लगभग 12,000 है। यहां के ग्रामीणों का कहना है कि हमारे यहां मानसिक रूप से काफी बीमार हैं उनके परिवार वालों को कोई सरकारी इलाज नहीं मिल पा रहा है।
जयप्रकाश अहिरवार का कहना है कि उनका बेटा लगभग 45 साल का है जो 10 साल से मानसिक रूप से बीमार है। अपने हैसियत से ज्यादा लड़का की बीमारी में पैसा लगा चुका हूं। ग्वालियर, झांसी, दिल्ली तक इलाज कराया लेकिन लड़का ठीक नहीं हुआ। आये दिन मुझे और गांव वालों का भी परेशान करता है। मैं मजबूर भी हूं जो लड़का को नहीं संभाल पा रहा हूं।
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प्यारी बाई अपने बहू से 1 साल से परेशान हैं। उसका भी इलाज ग्वालियर अस्पताल में चल रहा है। उसके लक्षण हैं चिड़चिड़ापैन और और घर से बाहर निकल कर रोना-धोना। श्रीपद भी अपने लड़का के बीमारी के लिए बताया कि हम हर जगह दिखा लाए हैं लेकिन आराम नहीं हुआ।
चंदा रानी बताती हैं कि स्वास्थ्य व्यवस्था हमारे जिले में होना चाहिए ताकि हम लोग इलाज करा सकें।
डॉक्टर अमरेंद्र सिंह ने बताया है कि महोबा जिले में लगभग 4 से 5 साल हो गए हैं मानसिक रोग के इलाज के लिए यहां पर लोग आएं और अपना इलाज करवाएं उसके लक्षण यह है कि जैसे अपने घर में किसी से अच्छे से बोल नहीं रहा है और चिड़चिड़ापन हो रही है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। कैम्प और पम्पलेट के द्वारा लोगों को जागरूक किया जाता है। पत्रकारों के द्वारा भी जागरूकता फैलाई जा रही है। लोग आएं और इलाज कराएं।
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