प्यार व धोखे से जुड़ी क्राइम की घटनाओं या ऐसी कई सामान्य घटनाओं में अमूमन चाहें वे पुलिस हो या फिर परिवार, यह जानते हुए भी की मामला कितना गंभीर है, मामले को लेकर समझौते और शादी करने की बात आमतौर पर रखी जाती है पर क्राइम की तरफ गौर नहीं किया जाता।
प्यार और धोखे से जुड़ी क्राइम की घटनाओं का ग्राफ काफी ज़्यादा है इतना की लोग प्रेम करने को भी गुनाह कहने लगे हैं। बात चाहें ग्रामीण क्षेत्रों की हो या फिर शहरी, यह मामले दूर-दराज़ इलाकों में भी देखने को मिल जाएंगे। कोई भी भावना जैसे जलन,लालच, प्रेम, आक्रोश, गुस्सा इत्यादि को लेकर एक मनुष्य की प्रवृति क्या हो सकती है, उसका आंकलन कर पाना मुश्किल है।
महोबा जिले के एक गांव में भी प्यार और धोखे से जुड़ी क्राइम की एक घटना सामने आई है जिसमें पहले तो 25 साल के युवक द्वारा 23 वर्षीय युवती को कथित प्रेम के झांसे में रखकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया गया और जब युवती ने शादी की बात रखी तो उसके सामने दहेज़ की बात रखकर उससे शादी करने से मना कर दिया।
इस समय न तो आरोपी पकड़ा गया है और न ही थाने ने कोई रिपोर्ट दर्ज़ की गई है क्योंकि पुलिस व परिवार की पहले प्राथमिकता समझौते और शादी को लेकर है, क्राइम को लेकर नहीं।
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आरोपी की हो रही खोज
पूरे मामले को लेकर हमने आज 10 जुलाई को कुलपहाड़ सीओ हर्षिता गंगवार से बात की जो इस मामले को देख रही हैं। उन्होंने बताया कि उस दिन लड़का शादी के लिए राज़ी हो गया था इसकी वजह से मुकदमा नहीं लिखा गया। अजनर पुलिस इस समय लड़के को ढूंढ़ रही है। आज या कल में मुकदमा दायर हो जाएगा।
प्यार के झांसे से दहेज़ तक
झांसी की रहने वाली 23 साल की युवती ने खबर लहरिया को बताया कि वह न्याय पाने के लिए थाने और सीओ ऑफिस के चक्कर लगा रही है लेकिन उसे न्याय नहीं मिल रहा है। वह झांसी के हरपालपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली है। युवती का आरोप है कि लगभग डेढ़ साल पहले महोबा जिले के आरी गांव के रहने वाले 25 साल के युवक शिवम से उसे प्यार हो गया था। दोनों ने एक-दूसरे से शादी का वादा भी किया था।
एक दिन आरोपी शिवम ने उसे लखनऊ के कपड़ा फैक्ट्री में बुलाया और जॉब करने को कहा। दोनों एक साथ लखनऊ जॉब करने लगे व साथ रहने लगे। एक साल तक वह दोनों पति-पत्नी की तरह एक साथ रहे। शिवम उसकी मांग में सिंदूर भी डाल दिया करता था और कहता था कि वह दोनों मियां-बीवी है। ऐसे में दोनों ने शारीरिक संबंध भी बनाये। एक साल तक ऐसा ही चलता रहा। वह उसे शादी का झांसा देता रहा।
उससे कहा कि एक बार उसकी बहन की शादी हो जाए फिर वह दोनों शादी कर लेंगे क्योंकि दोनों के परिवार शादी के लिए तैयार है। युवती ने बताया कि उसका आरोपी के गांव व घर में भी हमेशा आना-जाना रहता था। वह उसके परिवार से भी मिल चुकी है।
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‘शादी करनी है तो दहेज़ दो’
युवती ने बताया, लगभग एक महीने पहले आरोपी शिवम का रवैया बदल गया। एक दिन उसने शिवम का फोन देख लिया जिसमें वह किसी और से चैटिंग कर रहा था। जब उसने इस बारे में सवाल किया तो उसके बाद से ही आरोपी शिवम ने उससे कह दिया,’मैं तुमसे शादी नहीं करूँगा। मेरे माँ-बाप तुझसे शादी करने से मना कर रहे हैं। तुम्हारे माँ-बाप को दहेज़ नहीं देना है। अगर शादी करनी है तो 3 लाख और एक गाड़ी तैयार करो तभी मैं तुमसे शादी करूँगा।’
यह बात सुनकर उसके होश उड़ गए क्योंकि उसे यानी आरोपी शिवम को पहले से ही पता था कि उसके माता-पिता इतना पैसा नहीं दे सकते। आरोप लगाते हुए युवती ने बताया, “वह अपने गांव गया और बातचीत करना छोड़ दिया। कहने लगा कि तुम्हें जो करना है करो, ऐसी लड़कियां तो मैंने कई देखी है। मेरा कुछ नहीं बिगाड़ लिया।”
पुलिस पर गुमराह करने का आरोप
इतना सब कुछ हो जाने के बाद युवती जिले के अजनर थाने में 1 जुलाई 2023 को रिपोर्ट लिखवाने गई। इसके बाद दोनों पक्षों को 2 जुलाई को दोबारा बुलाया गया और थाने में घटना को लेकर लिखित बयान दिया गया।
वह पूरे दिन अजनर थाने में बैठी रही और इस तरह से रात हो गई। उससे कहा गया कि वह अगले दिन आये। जब वह तीसरे दिन थाने गई तो आरोप के अनुसार युवती से थाना इंस्पेक्टर ने कहा कि मामला उनके थाने का नहीं है। वह अपने यहां से जाकर केस करे।
युवती 7 जुलाई को फिर थाने गई और पुलिस पर आरोप लगते हुए कहा कि,’अगर आपके यहां का मामला नहीं था तो क्यों बोला कि हम आपकी शादी करा रहे हैं।” वह कई दिन से थाने के चक्कर लगा रही है लेकिन न्याय नहीं मिल रहा है।
युवती के पिता का आरोप है कि जब 2 जुलाई को शादी का फैसला हो गया था तो अब क्यों इंकार किया जा रहा है। इससे यह साफ़ है कि थाने में पैसे भर दिया गया है इसलिए उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। आगे कहा,’लड़के को भी पता है वह भी कह रहा है कि हमने थाने में पैसे भर दिया है। हम शादी नहीं करेंगे।’ वह चाहते हैं कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सज़ा दी जाए।
इस मामले में और इससे जुड़े अन्य मामलों में यह बात सामान्य रही है कि चाहें पुलिस हो या फिर परिवार, यह जानते हुए भी की मामला कितना गंभीर है, मामले को लेकर समझौते और शादी करने की बात अमूमन रखी जाती है पर क्राइम की तरफ गौर नहीं किया जाता। बाद में यही झांसे और दहेज़ से जुड़े मामले हत्या का रूप ले लेते हैं। ऐसे में क़ानूनी कार्यवाही और न्याय प्रणाली पर भी सवाल खड़ा होता है। वहीं समाज की भी इन मामलों में बड़ी भूमिका नज़र जाती है जिसकी वजह से इस जैसे कई मामलों पर समाज की विचारधारा का गंभीर असर देखने को मिलता है।
इस खबर की रिपोर्टिंग श्यामकली द्वारा की गई है।
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