महोबा जिले के कुलपहाड़ कस्बे में रहने वाले किसानों को समय से खाद नहीं मिल पा रही है। ऐसे में बिना खाद के किसानों के लिए खेती करना मुश्किल है। अलग-अलग गांव से किसान सरकारी समिति कुलपहाड़ तहसील में खाद के लिए आ रहें हैं लेकिन उन्हें खाद ही नहीं मिल पा रही।
पिछले साल भी किसानों को खाद के लिए काफी परेशान होना पड़ा था। लंबी-लंबी लाइनों और हफ़्तों के इंतज़ार के बाद भी उन्हें खाद नहीं मिल पा रही थी।
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सुगिरा गांव के किसान वीर सिंह खबर लहरिया को बताते हैं कि वह तीन दिनों से सोसाइटी के चक्कर काट रहें हैं। वह खाद के लिए सुबह 8-9 बजे निकल जाते हैं और शाम को 5 बजे तक घर लौटते हैं। इसके बावजूद भी उन्हें खाद नहीं मिल पाती। सोसाइटी में काफी भीड़ है। उनका आरोप है कि मुंह देखकर छोटे किसानों को खाद नहीं दी जा रही है।
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अन्य किसान लालबाबू ने बताया कि सोसाइटी के कर्मचारी द्वारा पहले बड़े किसानों को 10-10 बोरी खाद दी जा रही है।
कुलपहाड़ के सरकारी समिति के सचिव मनीष मिश्रा ने खबर लहरिया को बताया कि सबको नियम के अनुसार खाद दी जाती है। जो पहले आता है, उसे पहले खाद दे दी जाती है। किसानों को खाद के लिए परेशान होने की ज़रुरत नहीं है। इस साल किसानों को भरपूर खाद मिलेगी।
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