मुख्य चिकित्सालय में भी विकलांग लोग प्यासे रहने को मजबूर | महोबा जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के यहां पर लगा है आरो और पानी की टंकी भी बनी हुई है विकलांग लोग सर्टिफिकेट बनवाने के लिए कार्यालय जाते हैं लेकिन उनको पैसे से पानी खरीद कर किसी तरह से बुझे लेते है लेकिन कुछ लोग को प्यास से रहने को मजबूर होना पड़ता है लोगों का कहना है कि हम लगभग एक महीना हर सोमवार को आते हैं लेकिन यहां पर हमें पानी नहीं देखने का मिलता है इससे हम चाहे प्यासे बैठ रहे या चाहे चले जाएं किसी अधिकारी को परिवार नहीं है बात यहां यही उठती है कि अगर विभागों में पानी नहीं है तो गांव की समस्या कौन सुनेगा वैसे तो एक तरफ किया जाता है कि गर्मी के बचाव के लिए भरपूर पानी पीना चाहिए स्वास्थ्य विभाग के कहने से क्या फर्क पड़ेगा क्योंकि उनके ऑफिस में ही पानी नहीं है परसों का कहना है कि पानी तो आता है पर ज्यादा लोग होने के कारण ही वह खत्म हो जाता है नहीं पानी बराबर ही चलता है जो यहां पर आरओ लगा हुआ है शुद्ध पानी आरो का हम पिलाते हैं क्या यह जनता झूठ बोल रहे हैं ऐसे ही ऐसा कहा जा रहा है यह तो सच्चाई वही जान सकते हैं