खबर लहरिया Blog महोबा : आज से सोसाइटी में शुरू हुआ खाद वितरण, सोसाइटी के सदस्यों को दी जा रही प्राथमिकता

महोबा : आज से सोसाइटी में शुरू हुआ खाद वितरण, सोसाइटी के सदस्यों को दी जा रही प्राथमिकता

आज से महोबा जिले की सभी किसान सोसाइटी में खाद वितरण शुरू हो गया है। 10 नवंबर तक सभी किसानों को खाद देने की कही गयी बात।

DM of mahoba- Manoj kumar f

यूपी के कई जिलों में इस समय खाद का न होना किसानों की सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। रबी की खेती का मौसम आ चुका है और बिना खाद के किसानों के लिए फसलों की बुआई शुरू कर पाना मुश्किल है। इसे देखते हुए महोबा जिले के डीएम मनोज कुमार ने 31 अक्टूबर 2021 को अपनी प्रेसवर्ता में बताया कि महोबा जिले के लिए 1,275 मैट्रिक टन खाद आ चुका है। यह खाद लोगों को आज यानी 1 नवंबर से मिलना शुरू हो जाएगा।

गाँव सिमोन के किसानों ने बताया कि वह लोग खाद के लिए तकरीबन 15 दिनों से परेशान हैं। वह बताते हैं कि वह जब खाद के लिए सोसाइटी जाते हैं तो कहा जाता है कि खाद नहीं है। जबकि सरकार को पहले से ही खाद स्टोर करके रखना चाहिए। खाद के बिना फसलों की बुआई समय से नहीं हो पा रही है। यही समय है बुआई का क्यूंकि दीवाली के बाद फसल दूसरी तरह की होती है।

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सोसाइटी सदस्यों को मिलेगी प्राथमिकता

डीएम ने यह भी कहा कि खाद को हर सोसाइटी में पहुँचाया जा रहा है। 7 नवंबर से 8 नवंबर के बीच दोबारा खाद आएगी। इसके साथ ही यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि 10 नवंबर सभी किसानों को खाद मिल जाए। पहले प्राथमिकता उन किसानों को दी जायेगी जो की सोसाइटी के सदस्य हैं। अगर किसान सोसाइटी के सदस्य नहीं हैं तो वह तुरंत सदस्य बन जाएं।

37 सोसाइटी में होगा खाद वितरण

खाद वितरण के लिए लेखपालों की ड्यूटी लगाई गयी है। कुल मिलाकर 37 कॉर्पोरेटिव सोसाइटी है जिसमें से 34 सोसाइटी में ड्यूटी लगाई गयी है। इसके साथ ही प्राइवेट दुकानों पर भी लेखपाल मौजूद रहेंगे। इसके अलावा प्रेसवर्ता में यह बात भी साफ़ की गयी कि जो किसान सरकार की योजना का गलत फायदा उठाकर खाद महोबा जिले से बाहर बेच रहे हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी।

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क्या है सोसाइटी और उससे जुड़ने के फ़ायदे ?

खबर लहरिया ने सोसाइटी को लेकर चरखारी ब्लॉक के गाँव बमरारा के बमरारा साधन सहकारी लिमिटेड के सचिव अशोक पाल से बात की। इस सोसाइटी में तकरीबन 3,700 किसान सदस्य हैं। अशोक पाल ने कहा, जो किसान सोसाइटी के सदस्य होते हैं उन्हें कीटनाशक दवाइयों आदि की खरीद के लिए नगद रूपये दिए जाते हैं। इन किसानों को वह उधार खाद देते हैं जिसका भुगतान किसान अपनी फसल के बाद उन्हें करते हैं।

– इस समिति से किसानों को यह फायदा है कि अगर उनके पास पैसे नहीं है तो वह सोसाइटी के ज़रिये खाद और कीटनाशक का इंतज़ाम कर लेते हैं।

– जो किसान फसल के बाद पूरे पैसे जमा नहीं करते वह फसल बीमा योजना से वंचित रह जाते हैं। यह लाभ सिर्फ उन्हीं किसानों को मिलता है जो सोसाइटी से लिए हुए पूरे पैसे समय से अदा करते हैं।

– किसानों को पांच साल के लिए सोसाइटी का सदस्य बनाया जाता है। पांच साल लेन-देन की तय समय-सीमा होती है जिसके बाद किसानों को सोसाइटी की सदस्य्ता रिन्यूअल करानी होती है।

– किसान इस सोसाइटी के ज़रिये एक लाख रूपये तक की लेन-देन कर सकते हैं।
– 7 प्रतिशत के ब्याज़ पर पैसे दिए जाते हैं। जो किसान समय से पैसे चुकाते हैं उन पर सिर्फ 4 प्रतिशत का ब्याज़ लगता है और ब्याज़ का 3 प्रतिशत माफ़ हो जाता है।

इस तरह बनें सोसाइटी के मेंबर

– दो पासपोर्ट साइज़ फोटो
– 10 रूपये वाला स्टैंप ( खसरा, खतैनी )
– आधार कार्ड
– किसान के पास कॉर्पोरेटिव बैंक का बचत खाता होना चाहिए
– दो रसीदी टिकट

इसके बाद किसानों को सदस्य्ता शुल्क भरना होता है, जो की 111 रूपये है। जब किसानों की केसीसी बन जाती है तो बड़े जोत वाले किसानों को अपना शेयर जमा करना होता है। बड़ी जोत वाले किसानों को 10 प्रतिशत जमा करना होता है वहीं छोटी जोत वालों को 5 प्रतिशत। सचिव अशोक के अनुसार, जोत के आधार पर ही लोगों को सदस्य बनाया जाता है।

आपको बता दें, केसीसी यानी किसान क्रेडिट कार्ड। इससे किसान खेती से जुड़ी जरूरत की चीजें खरीद सकता है और बाद में फसल बेचकर अपना लोन चुका सकता है।

बड़ी-छोटी जोत के अनुसार मिलेगा खाद

सचिव, अशोक ने आगे बताया कि आज किसानों को टोकन दिए गए हैं। जो बड़ी जोत वाले किसान हैं उन्हें खाद की 7 बोरी दी जाएगी। वहीं जो बड़े किसान नगद लेकर आएंगे उन्हें खाद की 5 बोरी दी जायेगी। अन्य किसानों को दो या एक बोरी दी जाएगी।

डीएम के अनुसार सभी किसानों को 10 नवंबर तक खाद मुहैया करा दी जाएगी। लेकिन यहां सवाल छोटे किसानों और उन किसानों का हैजो सोसाइटी के सदस्य नहीं है। यहां खाद सोसाइटी के सदस्यों के अनुसार आये हैं और प्राथमिकता भी उन्हें ही दी गयी है। ऐसे में क्या अन्य किसानों को भी उनकी ज़रुरत के अनुसार तय समय से खाद मिलेगा या नहीं, यह सवाल रहता है।

इस खबर की रिपोर्टिंग श्यामकली द्वारा की गयी है। 

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