जिला महोबा, ब्लॉक जैतपुर, कस्बा जैतपुर की रहने वाली हम सरोज और सुनीता, दिनांक 15.10.2024 को आंगनबाड़ी भर्ती के लिए आवेदन किया था। फरवरी 2025 में जब इसका परिणाम आया, तो हमें यह जानकर बेहद निराशा हुई कि हमें, विधवा होने के बावजूद, चयनित नहीं किया गया। सुनीता बताती हैं कि उनके दो छोटे बच्चे हैं और उन्हें पालन-पोषण की जिम्मेदारी मजबूरी में अकेले उठानी पड़ रही है। जब उन्होंने सुना कि आंगनबाड़ी में भर्ती निकली है, तो उन्होंने आशा की कि इस बार उन्हें प्राथमिकता मिलेगी। इस भर्ती प्रक्रिया में स्पष्ट किया गया था कि— विधवा महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। विकलांग और विधवा महिलाओं को भी विशेष प्राथमिकता दी जाएगी। लेकिन इन सभी नियमों के बावजूद, चयन प्रक्रिया में अनियमितता की गई। अधिकारियों ने अपनी मनमर्जी से नियुक्तियाँ कीं। विधवा और विकलांग महिलाएं, जो इन श्रेणियों में आती थीं, उन्हें दरकिनार कर दिया गया।
ये भी देखें –
पन्ना: आंगनबाड़ी में हुए कार्यक्रम में कुपोषित बच्चों को दिया गया पोषाहार
‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’