जब वह महिला को अस्पताल ले गए तो वहां महिला को मृत घोषित कर दिया गया। 8 अप्रैल को वह कुलपहाड़ के सीईओ के पास जाते हैं और ससुराल पक्ष के ख़िलाफ़ कार्यवाही की मांग करते हैं। पिता ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी को सास,ससुर, देवर व पति द्वारा प्रताड़ित किया जाता था।
ये भी देखें – बांदा: खेत में मिला महिला का शव, 2 महीने बाद भी नहीं हुई कार्यवाही। जासूस या जर्नलिस्ट
गाँव अकौना में रहने वाले मृतिका के भाई भजन लाल कुशवाहा ने बताया, साल 2017 में उसकी बहन उमा की शादी हुई थी। यह आरोप लगाया कि ससुराल वालों ने सिर्फ कुछ ही दिन अच्छे से रखा। इसके बाद हमेशा दहेज़ को लेकर ताना देते थे। उसके मामा जाते तो समझा-बुझाकर मामला शांत करा देते थे।
मृतिका की दादी सास का कहना था कि उन्होंने कभी दहेज़ की मांग नहीं की। मृतिका ने अपने मन से फांसी लगा ली है।
कुलपहाड़ के क्षेत्रीय अधिकारी उमेश कुमार के अनुसार उनके पास मामले की तहरीर नहीं आई है। जब तक तहरीर नहीं आएगी वह कुछ कार्यवाही नहीं कर सकतें। मृतिका के पति दिनेश को हिरासत में ले लिया गया है। पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए भी भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाही की जायेगी।
यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें