इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे ने आज सोमवार 17 फरवरी 2025 को अगले एक सप्ताह के लिए शाम 4 बजे से रात 11 बजे तक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म टिकट बेचने पर रोक लगा दी।
महाकुम्भ में जाने के लिए लोगों के अंदर इतना उत्साह है कि कोई भी हादसा उन्हें महाकुम्भ जाने से रोक नहीं पा रहा है। महाकुम्भ की वजह से रेलवे स्टेशनों पर इतनी भीड़, चाहे वो यूपी से प्रयागराज जाने वाली ट्रेन हो या फिर बिहार से प्रयागराज जाने वाली ट्रेन। यही वजह है की महाकुम्भ से जुड़ी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। अगर बात करें महाकुम्भ की तो 16 फरवरी को अरैल घाट पर स्नान करते समय चार लोग डूब गए तो वहीं इसी दिन यमुना एक्सप्रेस-वे पर टप्पल में नोएडा की ओर जा रही तेज रफ्तार बस ने एक कार को पीछे से टक्कर मार दी, जिससे कार पलट गई। इस हादसे में एक महिला समेत तीन लोगों की मृत्यु हो गई।
15 फरवरी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की भगदड़ तो आप सबको याद ही होगी? जिसमें भगदड़ मचने से 18 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है। इतना ही नहीं 15 फरवरी की ही रात 2 बजे एक बोलेरो और बस के बीच जोरदार टक्कर हुई। यह हादसा प्रयागराज-मिर्जापुर हाईवे पर मेजा इलाके में हुआ। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ये सभी यात्री महाकुम्भ में स्नान के बाद वाराणसी लौट रहे थे।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म टिकट पर रोक
महाकुम्भ की वजह से शनिवार 15 फरवरी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की वजह से बड़ा हादसा हो गया। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे ने आज सोमवार 17 फरवरी 2025 को अगले एक सप्ताह के लिए शाम 4 बजे से रात 11 बजे तक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म टिकट बेचने पर रोक लगा दी। महाकुम्भ को लेकर बढ़ती भीड़ की वजह से शनिवार को जब प्लेटफार्म नंबर 12 पर प्रयागराज स्पेशल ट्रेन के आने की घोषणा हुई, तो प्लेटफार्म नंबर 14 पर खड़ी प्रयागराज एक्सप्रेस के यात्री इसे अपनी ट्रेन समझकर वहां पहुंच गए। इसी अफरा-तफरी में भगदड़ मच गई, जिसमें कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए।
प्रयागराज स्टेशन 26 फरवरी तक बंद
मीडिया रिपोर्ट से यह भी खबर आ रही है कि महाकुम्भ की वजह से होने वाली भीड़ के कारण अब प्रयागराज रेलवे स्टेशन को 26 फरवरी तक बंद कर दिया गया है। अब प्रयागराज जाने के लिए यात्रियों को प्रयाग या फाफामऊ रेलवे स्टेशन जाना पड़ेगा। इससे लोगों की मुश्किलें और बढ़ सकती है। आपको बता दें इससे पहले रेलवे ने प्रयागराज स्टेशन को 16 फरवरी की रात 12:00 बजे तक के लिए बंद किया गया था।
महाकुम्भ में भगदड़ की शुरुआत मौनी अमावस्या के दिन यानी 29 जनवरी को भगदड़ के रूप में सामने आई। इस भगदड़ में सरकार ने सही आंकड़ों को जनता से छुपाया जिसकी वजह से राजनीति में भी आंकड़ों को लेकर बहस छिड़ी हुई है।
महाकुंभ मेला में अरैल घाट पर स्नान करते समय चार लोग डूबे
16 फरवरी 2025 को महाकुंभ मेला में अरैल के पास स्नान करते समय चार लोगों के डूबने की खबर सामने आई। जब पुलिस, एनडीआरएफ और स्थानीय गोताखोरों की संयुक्त टीम ने सुबह से ही रेस्क्यू अभियान शुरू किया। घटना के 24 घंटे बाद भी डूबे हुए लोगों का पता नहीं चल पाया। जानकारी के मुताबिक डूबने वालों में तीन लोग बांदा जिले के और एक बिहार का निवासी है।
यमुना एक्सप्रेस-वे पर कार और बस की टक्कर
16 फरवरी 2025 को यमुना एक्सप्रेस-वे पर अलीगढ़ में टप्पल थाना क्षेत्र में दोपहर करीब डेढ़ बजे एक बड़ा हादसा हुआ। नोएडा की तरफ जा रही तेज रफ्तार बस ने पीछे से कार को , जिससे कार पलट गई। इस हादसे में एक महिला सहित तीन लोगों की मृत्यु हो गई, जबकि एक महिला सहित दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
प्रयागराज-मिर्जापुर हाइवे पर बोलेरो और बस के बीच जोरदार टक्कर
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक 15 फरवरी 2025 को देर रात तीन बजे प्रयागराज-मिर्जापुर हाइवे पर बोलेरो और बस के बीच जोरदार टक्कर हो गई जिसकी वजह से बोलेरो में सवार 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 19 लोग घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से यात्री महाकुम्भ में स्नान करने के लिए आ रहे थे।
महाकुम्भ में संगम में नाव पलटी
11 फरवरी 2025 को संगम में 9 लोगों को लेकर जा रही एक नाव पलट गई। मौके पर NDRF की टीम ने 7 लोगों को बचा लिया, लेकिन दो लोग 24 घंटे बाद भी लापता थे।
महाकुम्भ को लेकर इतना प्रचार-प्रसार हुआ कि लोग अपनी जान हथेली पर लिए बस महाकुम्भ जाना चाहते हैं। इन सब हादसों का लोगों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है, ऐसे में वो लोग भी इसकी चपेट में आ जाते हैं जिन लोगों को जरुरी काम से कहीं और जाना होता है। खासतौर पर भगदड़ के हादसे सरकार की सुरक्षा और सुविधा पर सवाल उठा रहे हैं।
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