सिवनी जिले के छोटे से गांव सहजपुर की महिला राजकुमारी छोटी भुनी हुई मछलियों का एक छोटा-सा व्यापार करती हैं। तकरीबन 5 सालों से वह यह व्यापार कर रही हैं। छोटी भुझी हुई मछलियों को बनाने के लिए सबसे पहले वह नदी से मछली पकड़ कर लाती हैं और उन्हें अच्छे से साफ़ करती हैं। फिर मछली को आग में पकाकर उसमें कलर मिलाया जाता है जिससे मछली देखने में अच्छे लगे। वह यह व्यापार अपने घर से ही करती हैं और भुझी हुई मछलियों को 200 रूपये प्रति किलो के हिसाब से बेचती हैं।
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वह बताती हैं कि उनके यहाँ भुझी हुई मछलियां ज़्यादा बिकती है। उनका घर नदी के पास ही है। उनके पति भी मछलियां पकड़ने में उनकी मदद करते हैं। जब कभी उन्हें मछलियां नहीं मिलती तो वह उसे थोक पर खरीद कर लाते हैं और उसे बेचते हैं।
वह इस व्यापार के अलावा और कोई व्यापार नहीं करतीं। उनके अनुसार मछलियों का जाल बनाने और मछलियों को तैयार करने में हफ्ते भर से ज़्यादा समय लग जाता है। बहुत मेहनत के बाद इस व्यापार से उनका परिवार चल पाता है।
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