मध्यप्रदेश के राज्यपाल लाल जी टंडन का आज सुबह (21जुलाई) को निधन हो गया। वह मेदांता लखनऊ में कई दिनों से वेंटिलेटर पर भर्ती थे। समाचार पत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार उन्होंने सुबह 5:35 बजे अंतिम सांस ली। उनके पुत्र नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने ट्वीट से जानकारी दी। इसको लेकर कल यानी सोमवार को मेदांता अस्पताल की तरफ से मेडिकल बुलेटिन भी जारी किया गया था, जिसमें उनकी हालत नाजुक होने की बात कही गई थी।
85 साल के लालजी टंडन पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे और वो कई तरह की बीमारी से ग्रसित थे। उनका इलाज लखनऊ के मेदांता अस्पताल में चल रहा था। उन्हें किडनी और लिवर में दिक्कत के बाद उन्हें 11 जून को अस्पताल में एडमिट कराया गया था।
बाबूजी नहीं रहे
— Ashutosh Tandon (@GopalJi_Tandon) July 21, 2020
आज शाम 4:30 बजे होगा अंतिम संस्कार
राज्यपाल लाल जी टंडन के बेटे आशुतोष टंडन ने ट्वीट करते हुए बताया कि लालजी टंडन ने सुबह 5:35 बजे अपनी अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार आज ही शाम 4:30 बजे लखनऊ के गुलाला घाट पर किया जाएगा।आशुतोष ने शुभचिंतकों से कोरोना वायरस महामारी के कारण प्रशासन द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए अपने-अपने घर से लालजी टंडन को श्रद्धांजलि देने की अपील की, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित किया जा सके।
अगस्त 2018 में बने थे बिहार के राज्यपाल
लालजी टंडन को अगस्त 2018 में बिहार का गवर्नर बनाया गया था। इसके बाद 2019 में उन्हें मध्य प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया। वो बिहार में भी काफी लोकप्रिय थे और उन्होंने उच्च शिक्षा में सुधार के लिए कई अहम फैसले भी लिए थे। लखनऊ में लालजी टंडन की लोकप्रियता समाज के हर समुदाय में थी। वे पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के काफी करीबी और अहम सहयोगी भी थे।
1960 से शुरु हुआ था लालजी टंडन का राजनीति सफर
12 अप्रैल 1935 को लखनऊ में जन्मे लालजी टंडन 1958 में शादी के बंधन में बंध गए। उन्होने स्नातक तक क शिक्षा हासिल की है। एमपी के राज्यपाल लालजी टंडन ने राजनीतिक सफर की शुरुआत 1960 में की थी। टंडन दो बार पार्षद चुने गए और दो बार विधान परिषद के सदस्य भी रहे। लालजी टंडन को यूपी के राजनीति में कई अहम प्रयोगों के लिए भी जाना जाता है। 90 के दशक में प्रदेश में भाजपा और बसपा की गठबंधन सरकार बनाने में भी उनका अहम योगदान माना जाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लालजी टंडन को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने लिखा, ‘श्री लालजी टंडन को समाज की सेवा करने के उनके अथक प्रयासों के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने उत्तर प्रदेश में भाजपा को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने हमेशा जनहित को महत्व देते हुए एक प्रभावी प्रशासक के तौर पर अपना प्रभाव छोड़ा। उनके निधन से दुखी हूं।’ उन्होंने लिखा कि वह संविधान मामलों के ज्ञाता थे और अटल जी के करीबी थे।
Shri Lalji Tandon will be remembered for his untiring efforts to serve society. He played a key role in strengthening the BJP in Uttar Pradesh. He made a mark as an effective administrator, always giving importance of public welfare. Anguished by his passing away. pic.twitter.com/6GeYOb5ApI
— Narendra Modi (@narendramodi) July 21, 2020
बसपा सुप्रीमो मायावती ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर मंगलवार को गहरा शोक व्यक्त किया। मायावती ने ट्वीट किया, ‘मध्यप्रदेश के राज्यपाल एवं उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार में कई बार वरिष्ठ मंत्री रहे लालजी टंडन बहुत सामाजिक, मिलनसार एवं संस्कारी व्यक्ति थे। इलाज के दौरान आज लखनऊ में उनका निधन होने की खबर अति-दुःखद है। मैं उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं।
मध्यप्रदेश के गवर्नर व यूपी में बीजेपी की सरकार में कई बार वरिष्ठ मंत्री रहे श्री लालजी टण्डन, जो काफी सामाजिक, मिलनसार व संस्कारी व्यक्ति थे, उनका इलाज के दौरान आज लखनऊ में निधन होने की खबर अति-दुःखद व उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना।
— Mayawati (@Mayawati) July 21, 2020