भारत पूरी दुनिया में एक ऐसी जगह है जहाँ आपको हर प्रकार के वातावरण के साथ-साथ मन मोह देने वाली जगह भी देखने को मिलती है। उनमें से एक जगह है एमपी, जबलपुर जिले का भेड़ाघाट जलप्रपात। मुझे इस झरने के बारे में मेरे रिश्तेदारों से पता चला जब वह भेड़ाघाट जलप्रपात घूमने गए थे। उन्होंने जब इस झरने के बारे में मुझे बताया तो मुझे झरने और उसकी खूबसूरती, उसकी खासियत के बारे में जानने का मन करने लगा। आज इस आर्टिकल में मैं आपको भेड़ाघाट झरने, उसके इतिहास और आकर्षण केंद्रों के बारे में बताउंगी।
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‘विश्व धरोहर’ का हिस्सा है भेड़ाघाट जलप्रपात
भेड़ाघाट जलप्रपात सिर्फ मध्यप्रदेश का ही नहीं पूरे भारत के लिए आकर्षण का केंद्र है। यह मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों में सबसे सुन्दर और महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है। इसे देखने के लिए लोग सिर्फ भारत से ही नहीं बल्कि दुनिया के अलग-अलग क्षेत्रों से यहाँ आते हैं। इस पर्यटन सथल को 20 मई 2021 को यूनेस्को द्वारा ‘विश्व धरोहर’ के रूप में भी सम्मिलित किया गया है।
धुआँधार झरने के नाम से भी मशहूर है भेड़ाघाट जलप्रपात
भेड़ाघाट जलप्रपात को ‘धुआँधार झरने’ के नाम से भी जाना जाता हैं। बरसात के मौसम में पानी की बूंदे कितनी आनंदमई लगती है, ऐसे में अगर आपको अपना मूड फ्रेश करना है तो आप यहाँ साल के किसी भी मौसम में आ सकते है। खास करके बरसात के मौसम में। बरसात के समय यहां का वातावरण कुछ अलग ही प्रतीत होता है।
मध्यप्रदेश के जबलपुर में भेड़ाघाट 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस जलप्राप्त का इतिहास जानने से पहले आईये जानते है जबलपुर का इतिहास।
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जबलपुर का इतिहास
जबलपुर, मध्यप्रदेश का जाना माना शहर है। जबलपुर का प्राचीन नाम पहले त्रिपुरी और तेवर ग्राम था। यह शहर मशहूर सड़क और रेलवे जंक्शन पर स्थित है। इस शहर के पास से से नर्मदा नदी गुज़रती है, जिसकी वजह से भेड़ाघाट भी प्रसिध्द हैं।
मैं आपको यह भी बता दूँ कि जबलपुर के लम्हेटा घाट पर गांधी जी की अस्थियां विसर्जित की गई थी। नदी के किनारे स्थित यह शहर काफ़ी उपजाऊ भी है। यहाँ गेहूं, ज्वार, चना और तेलहन की खेती होती है।
नर्मदा नदी के 3 जल प्रपातों के बारे में जानें
नर्मदा नदी के 3 जल प्रपात है – कपिलधारा, दुग्धधारा और भेडाघाट।
कपिलधारा जलप्रभात
कपिल धारा पवित्र नर्मदा नदी का पहला जलप्रपात है। यह नदी से 6 किलोमीटर की दूरी पर है। यह जलप्रपात 100 फीट की ऊंचाई से मेकल पर्वत की पहाड़ियों से नीचे गिरता है। आपको बता दें, कपिल धारा के पास ही कपिल मुनि का आश्रम है व उन्हीं के नाम पर इस जलप्रपात का नाम ‘कपिल धारा ‘ पड़ा।
दुग्धधारा जलप्रपात
दुग्ध धारा जलप्रपात मध्य भारत के मध्य प्रदेश राज्य में अमरकंटक के पास है। इस जलप्रपात की ऊंचाई लगभग 15 मीटर है। यह कपिल धारा से कुछ ही मीटर की दूरी पर है। इस जलप्रपात का पानी दूधिया धारा की तरह दो धारा में बंटा हुआ है।
दुग्ध धारा झरने तक जाने के लिए आप अपने निजी वाहन का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह अमरकंटक से लगभग 7-8 किलोमीटर की दूरी पर ही है।
धुआँधार जलप्रपात विशेषता जानें
भेड़ाघाट की खासियत वहां के झरने में बसी हुई हैं। जबलपुर ,मध्य प्रदेश के भेड़ाघाट में स्थित धुआँधार जलप्रपात,अपनी शांति और सुंदरता के चलते लोगों का मन मोह लेता है। यह जलप्रपात नर्मदा नदी व वहां के मश्हूर संगमरमर की चट्टानों से होकर गिरता है। यह झरना 10 मीटर की ऊंचाई से गिरता है जिसकी वजह से इसकी गति इतनी तेज़ होती है कि इसकी बूंदे धुएं की तरह दिखती है। यही वजह है इसका नाम ‘धुआँधार’ जलप्रपात पड़ा।
भेड़ाघाट जलप्रपात, जबलपुर और आस-पास के लोगों के लिए पिकनिक स्पॉट बन चुका है। गर्मी की छुट्टी हो या फिर साप्ताहिक छुट्टी, लोगो की यहां पर खूब भीड़ देखने को मिलती है।
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भेड़ाघाट जलप्रपात में हो चुकीं हैं कई फिल्मों की शूटिंग
भेड़ाघाट जलप्रपात की खूबसूरती बॉलीवुड के निर्माताओं और कलाकारों को भी खूब लुभाती है। यहां कई फिल्मों की शूटिंग भी हो चुकी है। 1974 में सुनील दत्त की फिल्म ‘प्राण जाए पर वचन न जाए’ की शूटिंग यहाँ भेड़ाघाट में हुई थी। शाहरुख़ खान की फिल्म ‘अशोका’ का प्रसिद्द गाना, ‘रात का नशा अभी’ भी भेड़ाघाट में शूट हुआ है। इसके अलावा 2016 में आयी एक फिल्म ‘मोहन जोदड़ो’ भी भेड़ाघाट में ही शूट की गयी थी।
भेड़ाघाट के आस-पास रहने की जगह
जबलपुर में काफी सारे होटल्स वह अच्छी-अच्छी जगह पर्यटकों के रहने के लिए है। आप वहां काफ़ी सस्ते में भी रह सकते है। होटल से भेड़ाघाट जाने के लिए रिक्शा या अन्य साधन काफ़ी आसानी से मिल जाते हैं। खाने-पीने की भी काफी अच्छी जगह यहां आपको मिल जाएगी। बच्चे और व्यस्क लोग भी इस जलप्रपात का आनंद ले सकते है।
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भेड़ाघाट पहुंचने का समय
भेड़ाघाट पूरे सप्ताह खुला रहता है। इसके खुलने का समय सुबह 7 बजे है और बंद होने का समय शाम के 7 बजे है। भेड़ाघाट जलप्रपात देखने के लिए 30 रूपए एंट्री फीस नाव से एक तरफ जाने का लगता है।
ऐसे पहुंचे भेड़ाघाट
भेड़ाघाट जलप्रपात पहुंचने के लिए आप रेलवे, बस या रोड की सेवाएं भी ले सकते हैं। यहाँ का जनसम्पर्क बहुत ही आसान है।
हवाई जहाज से भेड़ाघाट : जबलपुर के पास हवाई अड्डे, दुमना हवाई अड्डे शहर से केवल 20 किमी की दूरी पर है। जबलपुर मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद, पुणे, नागपुर, भोपाल और इंदौर से भी हवाई यात्रा से जुड़ा हुआ है।
ट्रेन से : जबलपुर रेलवे के लिए मध्य भारत में एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है। मध्य रेलवे का विभागीय क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय इस शहर में है। महत्वपूर्ण सैन्य प्रतिष्ठान की उपस्थिति के अलावा, जबलपुर रेलवे स्टेशन की रेलवे कनेक्टिविटी दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, पुणे, वाराणसी, आगरा, ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, नागपुर, जम्मू जैसे भारत के बाकी शहरों और पर्यटन स्थलों के साथ बहुत अच्छी है। रायपुर, इलाहाबाद, पटना, हावढ़, गुवाहाटी, जयपुर इत्यादि। जबलपुर से गुजरने वाली सभी महत्वपूर्ण ट्रेनें यहां रुकती हैं। यह मुंबई-हावड़ा रेल ट्रैक पर स्थित है।
सड़क से : जबलपुर सड़क से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। राष्ट्रीय राजमार्ग -7 जबलपुर से गुजरता है जो वाराणसी को कन्याकुमारी से जोड़ता है। जबलपुर से जुड़े निकटवर्ती महत्वपूर्ण शहर नागपुर, भोपाल, रायपुर, खजुराहो आदि हैं। रोड द्वारा, आप सड़क पर भारत में किसी भी स्थान पर जा सकते हैं। इसके पास वाराणसी, इलाहाबाद, रायपुर, भोपाल, छतरपुर (खजुराहो के लिए), कान्हा नेशनल पार्क, चंदवाड़ा, सागर इत्यादि जैसे शहरों के साथ सीधी बस कनेक्टिविटी है। स्टेशन से भेड़ाघाट पहुंचने के लिए पर्यटक बस, ऑटो अथवा इ-रिक्शा भी ले सकते है।
इस आर्टिकल को आमरा आमिर द्वारा लिखा गया है।
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