लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर राजनीतिक दलों ने उत्तर प्रदेश की 80 सीटों पर चुनावी गणित बैठाना शुरू कर दिया है। इस चुनावी गणित की शुरुआत दीवार लेखन और पोस्टरों के बल पर अपनी पूरी सेना और योजनाओं की गिनती को जमीन पर उतार दिया गया है। मध्य प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। अब सिर्फ लोकसभा चुनाव की तैयारी है जोरों पर है तो चलिए देख लेते हैं पोस्टर भाई क्या बता रहे हैं।
लोकसभा चुनाव पोस्टरबाजी से शुरू हो चुका है तो सरकारी विभागों से लेकर गांव और छोटे-बड़े शहरों कस्बों के चौराहे तक दीवाल लेखन, बड़े-बड़े पोस्टर और होडिंगों से रंग गए हैं। रंगे भी क्यों ना भाई, यही तो मौका है प्रचार-प्रसार का। डेट नजदीक आने पर धारा 144 रोड़ा बन जाती है, मतलब प्रचार में रोक लग जाती है। बांदा जिले से लेकर अयोध्या में हो रहे प्राण-प्रतिष्ठा समारोह कार्यक्रम तक में देखने को मिला है कि किस तरह योजनाओं के बड़े-बड़े पोस्टरों के साथ नेताओं का प्रचार हो रहा है। नेता अपनी नेतागिरी लेकर हर जगह कबाब में हड्डी इस समय बन रहे हैं? इसी बहाने एक पंथ दो काज भी हो जाते हैं और हो भी क्यों ना इतना बड़ा मौका जो था प्रचार-प्रसार का।
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