खबर लहरिया Blog Farmers Protest: किसान आंदोलन में 64 वर्षीय किसान की मौत या हत्या, अब तक 6 किसानों की गई जान

Farmers Protest: किसान आंदोलन में 64 वर्षीय किसान की मौत या हत्या, अब तक 6 किसानों की गई जान

किसानों ने ‘दिल्ली चलो’ मार्च को 29 फरवरी तक रोक दिया है। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे समूहों ने जिसमे विरोध प्रदर्शन में एक युवक की मौत होने की वजह से ये फैसला लिया है। उनका दावा है कि जब तक पंजाब पुलिस हरियाणा पुलिस के खिलाफ मामला दर्ज नहीं करती तब तक वे युवक का शव परीक्षण या दाह संस्कार नहीं करने देंगे।

Farmers Protest 2024, Death or murder of 64 year old farmer in farmers movement, 6 farmers have died so far

                                                                                          किसान आंदोलन की तस्वीर ( फोटो – पीटीआई)

‘दिल्ली चलो’ मार्च किसान आंदोलन में आंसू गैस के गोले छोड़ने पर फेफड़ों में संक्रमण के कारण 64 वर्षीय किसान की मौत/हत्या की खबर सामने आयी है। करनैल सिंह को मिलाकर अब तक दिल्ली चलो मार्च में 6 किसानों की मौत हो चुकी है। क्या ये सिर्फ मौत है या हत्या है? अब और कितने किसानों को अपनी मांग के लिए जाने गवानी पड़ेगी? मामले को देखते हुए किसानो ने 29 फरवरी तक अपना `दिल्ली चलो मार्च स्थगित करने का फैसला किया है।

‘दिल्ली चलो’ मार्च किसान आंदोलन को 15 दिन हो चुके हैं। इन 15 दिनों में अब तक 6 किसानों की मौत हो चुकी है।

बीकेयू क्रांतिकारी पात्रन ब्लॉक अध्यक्ष बिक्रम सिंह ने कहा कि,“करनैल सिंह सोमवार सुबह बीमार पड़ गए थे। 13 फरवरी से ही दिल्ली चलो मार्च में खनौरी सीमा पर पहले ही दिन आंसू गैस के गोले का सामना कर रहे थे। तभी से उन्हें सांस लेने में कुछ दिक्कत हो रही थी। सोमवार 26 फरवरी को सुबह उन्हें पास के पाट्रान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें उच्च संस्थान के लिए भेजा गया। इसके बाद उन्हें पटियाला के सरकारी राजिंदरा अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया जहां वह रात भर भर्ती रहे लेकिन मंगलवार सुबह करीब 3 बजे उनका निधन हो गया। उनकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है।”

ये भी पढ़ें – Farmers Protest: “कोई यूं ही घर नहीं छोड़ता” – किसानों के हक,अधिकार का आंदोलन

बीकेयू क्रांतिकारी अध्यक्ष बिक्रम का कहना

अध्य्क्ष बिक्रम ने कहा कि “हम यूनियन के वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा कर रहे हैं कि पोस्टमॉर्टम कराया जाए या नहीं क्योंकि हम प्रशासन से मृतक किसान के परिजनों को 5 लाख रुपये का मुआवजा और नौकरी यूनियनका लिखित आश्वासन चाहते हैं।”

ये भी देखें – किसान आंदोलन की धमक बुंदेलखंड तक। जासूस या जर्नलिस्ट

डॉक्टर ने यह कहा

सरकारी राजिंदरा अस्पताल, पटियाला के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एचएस रेखी ने कहा, “मृतक करनैल सिंह की मौत कार्डियक अरेस्ट से होने की आशंका है, लेकिन पोस्टमॉर्टम के बाद ही सही कारण स्पष्ट होगा। उन्हें कल अस्पताल लाया गया था और मंगलवार सुबह उनकी मृत्यु हो गई।”

जानकारी के अनुसार, यूनियन नेताओं के मुताबिक करनैल सिंह के दो बेटे और तीन बेटियां हैं और उन पर 7 लाख रुपये का कर्ज बकाया था।

बता दें कि करनैल सिंह भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी के सक्रिय सदस्य थे और किसानों के अधिकारों के लिए लड़ रहे थे।

मरने वाले पांच अन्य लोगों में दर्शन सिंह, ज्ञान सिंह, मंजीत सिंह और नरिंदर पाल सिंह का नाम शामिल हैं। विरोध प्रदर्शन के दौरान कार्डियक अरेस्ट सहित विभिन्न स्वास्थ्य परेशानियों के कारण इन पांचों की भी जान चली गई थी।

दिल्ली चलो मार्च स्थगित करने की वजह

लाइव मिंट की रिपोर्ट के अनुसार, किसानों ने दिल्ली चलो मार्च को 29 फरवरी तक रोक दिया है। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे समूहों ने जिसमे विरोध प्रदर्शन में एक युवक की मौत होने की वजह से ये फैसला लिया है। उनका दावा है कि जब तक पंजाब पुलिस हरियाणा पुलिस के खिलाफ मामला दर्ज नहीं करती तब तक वे युवक का शव परीक्षण या दाह संस्कार नहीं करने देंगे।

 

‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’

If you want to support  our rural fearless feminist Journalism, subscribe to our  premium product KL Hatke