जिला चित्रकूट गाँव टिटिहरा में राज्य ग्रामीण मिशन योजना के तहत इस साल बन रहे हैं गोबर के दिए यानि इस दिवाली जलेंगे घर-घर गाये के गोबर के दिए। ये काम ग्रामीण महिलाओं द्वारा 13 महिलाओं का समूह बनाते हैं। फिर कोई पोजेक्ट डालते हैं। जिसमे महिलाएं गांव मे ही रह कर अपने मेहनत से पैसे कमाएं पति के उपर निर्भर न होकर खुद आत्मनिर्भर बने।
समूह की महिलाओं ने बताया अभी तो हम काम कर रहे अच्छा चल रहा है। मन लग रहा है और अब हम मिटिंग मे जाने लगे, बैंक जाने लगे। पहले हमें घर से निकलने मे ही शर्म आती थी। कहीं बाजार जाने या किसी काम से गये भी तो सबसे बोलने मे शर्म आती थी अब हर जगह जा रहे हैं सबसे बात करते हैं। और गाय का गोबर जो बेकार जाता था वो काम मे आएगा। जो लोग छोड़ देते थे वो रखने लगेंगे अन्ना प्रथा भी कम होगी।
साथ ही जो दीप दान होता है मिट्टी के दिए से वो घुलते नहीं हैं। जिससे पानी मे प्रदूषण होता है। ये दिय लोग गंगा मे दीपदान करेंगे तो ये तुरंत घुल जाएंगे इसमे कैमिकल नहीं है। और हम महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा।