देश में कोरोना संकट से निपटने के लिए 21 दिनों का लॉकडाउन लागू है. कोरोना संकट के इस लॉकडाउन का पालन करवाने के लिए देश के कोने-कोने में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती भी की गई है. हालांकि लॉकडाउन के दौरान देश के कई हिस्सों से पुलिसकर्मियों पर हमला करने की घटनाएं भी सामने आई हैं. पंजाब के पटियाला जिले में 12 अप्रैल को लोगों के एक समूह ने पुलिसकर्मी पर हमला कर दिया। जिसमे एक पुलिस का हाथ कट गया तो वहीं, दो अन्य पुलिस वाले घायल हो गए. पुलिस ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से काफी हथियार और नशीला पदार्थ बरामद किया गया है.
पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि निहंग सिख (परंपरागत हथियार रखने वाले और नीली लंबी कमीज पहनने वाले सिख) एक गाड़ी से आ रहे थे. उन्होंने लॉकडाउन का उल्लंघन किया था. निहंगों ने सब्जी मंडी के पास लगे बैरिकेड तोड़ दिए. जब पुलिस ने उनसे कर्फ्यू पास मांगा तो उन्होंने पुलिस पर हमला कर दिया. जिसके बाद वह लोग निहंग गुरुद्वारा साहिब में घुस गए. पुलिस ने हमलावरों से सरेंडर करने के लिए कहा. स्थानीय धर्म गुरुओं व सरपंच की मदद से करीब दो घंटे बाद एक टीम गुरुद्वारे में दाखिल हुई. जिसके कुछ देर बाद सभी आरोपी सरेंडर करने के लिए राजी हो गए. वह तलवारों व चाकू के साथ बाहर निकले. पुलिस ने उनके पास से एक गैस सिलेंडर भी बरामद किया है, जो ब्लास्ट के लिए इस्तेमाल हो सकता था. इस हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हुए. निहंगों ने एक एएसआई हरजीत सिंह का हाथ काट दिया. घायल एएसआई का पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज चल रहा है. पीजीआई के डॉक्टरों की एक टीम ने लगभग आठ घंटे की सर्जरी के बाद हरजीत सिंह के बाएं हाथ को सफलतापूर्वक जोड़ दिया गया. पीजीआई ने कहा कि हरजीत सिंह के मरीज के बाएं हाथ की कलाई तक का हिस्सा पूरी तरह अलग हो गया गया था।