रानीपुर की सविता गायिका दादरा गीत गाती है। यह एक प्रकार का लोक गीत हैं। उन्होंने बताया कि हमारे गांव में मनोरंजन का साधन कुछ नहीं रहता इसीलिए हम गांव के लोग इकट्ठा रहकर ढोलक, मंजीरा, झांझरा लेकर खुद में ही यह गीत गाते रहते हैं। दादरा, शोहर, राई नाना प्रकार के गीत गाये जाते हैं।
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आज के आधुनिक युग में बिना तकनीक के मनोरंजन करना असंभव है। आज भी गांव में पुरानी कथाएं प्रचलित है। गांव के लोग अपने बच्चों को पुरानी रीति-रिवाजों से दूर नहीं होने देते। बच्चे भी अपनी पुरानी प्रथाओं का सम्मान करते हैं। उन्होंने बताया कि हमें बहुत अच्छा लगता है। गीत गाना और हम लोग अपने गांव में ही मनोरंजन के रूप में गीत गाते हैं।
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