नई दिल्ली: रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में कानून की पढ़ाई कर रही छात्रा अपने कॉलेज के हॉस्टल से उस दिन से गायब है जब उसने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पर यौन उत्पीडन का आरोप लगाया था।
स्वामी सुखदेवानंद लॉ कॉलेज की छात्रा ने शुक्रवार को एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें उसने कहा कि चिन्मयानंद ने उसे और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी क्योंकि उसके पास ऐसे सबूत हैं जिससे वह अपने आरोप साबित कर सकती है। चिन्मयानंद उस लॉ कॉलेज के डायरेक्टर भी हैं।
उस युवती ने अपने वीडियो में कहा, ‘संत समाज का एक बड़ा नेता जिसने अनेक लड़कियों का जीवन बर्बाद कर दिया, वह अब मुझे भी धमका रहा है।’
उस छोटे से वीडियो क्लिप में युवती प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मदद की गुहार लगाती देखी जा सकती है।
‘… मैं मोदी जी से आग्रह कर रही हूं कि कृपया वे मेरी मदद करें। यहां तक कि उसने मेरे परिवार को मारने तक की धमकी दी है। यह सिर्फ मैं जानती हूं कि मैंने क्या भुगतान है। मोदी जी कृपया मेरी मदद करें। वह एक संन्यासी है और उसने धमकाते हुए कहा कि पुलिस, एमडी और अन्य सभी लोग उसकी ओर हैं, कोई उसे नुकसान नहीं पहुंचा सकता। मैं आपसे न्याय के लिए मदद मांग रही हूं।’ उसने वीडियो में कहा।
न्यूज 18 ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस. चिनप्पा ने ऐसे किसी वायरल वीडियो की ‘जानकारी नहीं है’ कहा।
छात्रा के पिता ने लिखित शिकायत में कहा – ‘शनिवार से मुझे मेरी बेटी के बारे में कोई जानकारी नहीं है।’ यह जानकारी भी न्यूज़ 18 ने दी।
‘मेरी बेटी ने मुझे कभी कुछ नहीं बताया। जब वह रक्षाबंधन पर घर आई थी तब वह कुछ परेशान लग रही थी। वह चार दिन से गायब है। मैंने कॉलेज के डायरेक्टर स्वामी चिन्मयानंद के ख़िलाफ़ लिखित शिकायत दर्ज करवाई है परन्तु अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।’ उन्होंने कहा।
‘मैने उससे पूछा था कि उसका फोन अक्सर बंद क्यों आता है? उसने कहा, ‘अगर मेरा फ़ोन लंबे समय तक बंद मिले तो समझना कि मैं किसी मुसीबत में हूं। मेरा फ़ोन सिर्फ तब ही बंद आता है जब वह मेरे हाथ में नहीं होता…’ उसने मुझे बताया था कि उसे कॉलेज प्रशासन नैनीताल भेज रहा है।’ उसकी मां ने न्यूज़ 18 को बताया।
इसी बीच चिन्मयानंद के समर्थकों ने भी एक जवाबी शिकायत दर्ज करवाई है।
उनके अनुसार, चिन्मयानंद को एक अनजान नंबर से 5 करोड़ रूपए की मांग का फोन आया था। इंडिया टुडे ने कहा।
अटल बिहारी वाजपेई सरकार (1999- 2004) में
में चिन्मयानंद केन्द्रीय मंत्री रह चुके हैं। उस समय वह उत्तर प्रदेश के जौनपुर क्षेत्र से लोकसभा सदस्य थे।
आदित्यनाथ सरकार ने पिछले वर्ष ही चिन्मयानंद पर लगा बलात्कार और अपहरण का मामला हटाने का निर्णय लिया था। उस मामले में चिन्मयानंद के ख़िलाफ़ 30 नवंबर, 2011 को शिकायत दर्ज करवाई गई थी जिसमें कहा गया था कि युवती ने चिन्मयानंद के हरिद्वार के आश्रम में कई वर्ष बिताए थे।
एक पत्र में कहा है, ‘पूर्व केंद्रीय मंत्री ने युवती का बलात्कार किया और उसे जबरन, उसकी इच्छा के विरुद्ध आश्रम में रखा। इस बीच चिन्मयानंद हाईकोर्ट पहुंच गया और अपनी गिरफ्तारी पर स्टे ले लिया। उस समय से ही यह केस लंबित पड़ा है।
कानून की धारा 321 के अंतर्गत इस केस को सरकारी वकील की सहमती से वापस लिए जाने की कोशिश की गई थी। इस पर न्यायालय ने सहमति नहीं दी, इसीलिए यह केस लंबित पड़ा है।
उत्तर प्रदेश में यह पहली बार नहीं है जब किसी बीजेपी नेता ने महिला के विरुद्ध अपराध को अंजाम दिया है। एमएलए कुलदीप सेंगर और उसके सहयोगियों पर नाबालिग से गैंगरेप, उसके पिता की हत्या और बाद में उसकी हत्या के प्रयास के आरोप लगे हैं जिसमें उसकी दो रिश्तेदार महिलाओं की मृत्यु हो गई थी और उसी एक्सीडेंट में वह तथा उसका वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे। कानून की पढ़ाई कर रही छात्रा ने जब पूर्व केंद्रीय मंत्री पर यौन उत्पीडन के आरोप लगाए, तब से वह युवती गायब है।
Translated from : https://thewire.in/women/law-student-goes-missing-after-accusing-ex-union-minister-of-sexual-harassment