6 नवम्बर 2018, ज़िला ललितपुर, hindi news
सागर के रहने वाले बसदेवा गाथा धनीराम और खेमचन्द्र अपनी सुरीली आवाज़ से आज हर गॉंव की मिट्टी को महकाने के लिए ज़िला ललितपुर पहुंचे हैं।
बसदेवा गाथा गायन सुनकर बूढ़े से लेकर जवान तक अपने बचपन की याद में खो जाते हैं। हलकी सी ठण्ड में सुबह की पहली किरण के साथ गॉंव की गलियों से आती बसदेवा गाथा के सुनहरे स्वर को सुनकर कान खड़े हो जाते हैं।
फिर सुरीली आवाज़ को सुनने के लिए मन विचलित होता रहता है लेकिन ये बसदेवा गाथा आज के समय में जाने कहाँ खो सी गई है।