जिला ललितपुर ब्लॉक बिरधा, गाँव पाली के किसान पान की खेती करते हैं। यहां के लगभग 600 परिवार किसानी ही करते हैं। उनका कहना है कि वह शुरू से ही इस जगह पर रह रहे हैं। लेकिन उनके पास कोई ज़मीन नहीं है। इसी से उनका गुजारा चलता है। लोगों का कहना है कि जब से लॉकडाउन लगा, उनकी पान की खेती पर काफ़ी असर पड़ा। लॉकडाउन में सब घरों के अंदर थे। इस वजह से उनकी बिक्री नहीं हुई। वह बताते हैं कि उनके यहां और बुंदेलखंड में पान बहुत मशहूर है। जो खाने में भी मज़ेदार होता है। ज़्यादातर लोग ही पान खाते हैं। बहुत दूर-दूर के जिलों से लोग पाली का पान खाने के लिए आते हैं।
लोगों का कहना है कि पान की खेती में अगर कीड़े न लगे तो यह लगभग दस सालो तक चलता है l मार्च के महीने में पान की खेती करने से अगर फसल अच्छी रहती है तो फिर उन्हें दस सालों तक और कोई सामग्री नहीं लगानी पड़ती। लोग उनका व्यापार न चल पाने की वजह से परेशान है।
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