खबर लहरिया Blog लखीमपुर हिंसा: देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग तरह से विरोध व्यक्त कर रहे लोग सीजेएम कोर्ट में आज सुनवाई

लखीमपुर हिंसा: देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग तरह से विरोध व्यक्त कर रहे लोग सीजेएम कोर्ट में आज सुनवाई

हुए महाराष्ट्र में 11 अक्टूबर को प्रदेश सरकार ने दुकानें, और बाजार बंद करके विरोध व्यक्त करने का फैसला लिया है, बता दें कि राज्य भर में 24 घंटे की बंदी की घोषणा की गई है।

photo credit: amar ujala

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया इलाके में 3 अक्टूबर को भड़की हिंसा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की कार से 4 किसानों की मौत के बाद देश के हर कोने में किसान से लेकर आम जनता भड़की हुई है। किसान जगह-जगह प्रदर्शन कर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफे की भी मांग कर रहे थे।

इसी मामले को मद्देनज़र रखते हुए महाराष्ट्र में 11 अक्टूबर को प्रदेश सरकार ने दुकानें, और बाजार बंद करके विरोध व्यक्त करने का फैसला लिया है, बता दें कि राज्य भर में 24 घंटे की बंदी की घोषणा की गई है।

 ये भी देखें- लखीमपुर खीरी हिंसा : जाँच आयोग का हुआ गठन, 2 महीनों में सौंपनी होगी रिपोर्ट

आशीष मिश्रा मामले में सुनवाई चालू-

उत्तर प्रदेश पुलिस ने 4 अक्टूबर को आशीष मिश्रा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। और पुलिस की अपराध शाखा ने 9 अक्टूबर को 12 घंटे की पूछताछ के बाद आशीष को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा आज पुलिस मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा की कस्टडी की मांग के लिए सीजेएम कोर्ट पहुंची है। आज तक की रिपोर्ट के अनुसार सुनवाई के दौरान पुलिस की तरफ से कहा गया कि आशीष मिश्रा से सिर्फ 12 घंटे पूछताछ हो पाई, जिसमें उसने जवाब नहीं दिए। इसलिए उनको 14 दिन की पुलिस हिरासत चाहिए। वहीं आशीष के वकील ने कहा कि पुलिस पर आशीष से पूछने के लिए सिर्फ 40 ही सवाल
थे, जिनको पूछ लिया गया था। आशीष के वकील ने कहा कि 12 घंटे की सुनवाई में सिर्फ एक बार पानी दिया गया था। बिना ब्रेक के लगातार सवाल पूछे जाते रहे जिनके जवाब दिए गए।

 ये भी देखें : लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत के बाद बढ़ा विवाद, जगह-जगह हो रहे प्रदर्शन

महाराष्ट्र में सरकार ने घोषित करी 24 घंटे की बंदी-

वहीं महाराष्ट्र में 24 घंटे की बंदी पर बीजेपी ने निशाना साधा है। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, महाराष्ट्र के किसानों पर बारिश, बाढ़ और सूखे का असर पड़ा है, उनके लिए कोई कदम नहीं उठाकर केवल उत्तर प्रदेश की घटना पर बात करना बताता है कि यह लोग अवसरवादी हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस बंदी के दौरान मुंबई में तोड़फोड़ की घटनाएं भी सामने आई हैं। मुंबई में बसों पर पत्थर फेंके गए, जिसके बाद BEST बस सर्विस बंद हो गई है। सूत्रों की मानें तो बसों पर ये हमले धारावी, मानखुर्द, शिवाजी नगर, चारकोप, ओशिवारा, देवनार और इनऑर्बिट मॉल के पास हुए हैं।

मौन व्रत पर प्रियंका गांधी-

photo credit: india tv news

लखीमपुर खीरी हिंसा के विरोध में अन्य विपक्षी पार्टियां भी ज़ोरोशोर से जगह-जगह प्रदर्शन कर रही हैं। राजस्थान में भी कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया है, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी शामल हुए। उधर लखनऊ में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी लखीमपुर हिंसा के विरोध में मौन विरोध कर रही हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मौन व्रत से कांग्रेस केंद्रीय मंत्री का इस्तीफा की मांग कर रही है।

18 अक्टूबर तक रद्द किये गए सभी अवकाश-

उत्तर प्रदेश में भी हर क्षेत्र में विरोध कर रहे किसानों और आगामी त्योहारों को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने रविवार 10 अक्टूबर को कर्मचारियों के सभी प्रकार के अवकाश 18 अक्टूबर तक रद्द करने का आदेश जारी किया है।

 ये भी देखें :

लखीमपुर खीरी हिंसा : 8 लोगों की मौत, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्र ने बेटे के शामिल होने के आरोपों को किया खारिज़

 

(हैलो दोस्तों! हमारे  Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)