लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में जांच के लिए हुआ आयोग का गठन। इसके साथ ही मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से माँगा जवाब।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में यूपी सरकार ने एक सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया है। आयोग को 2 महीने में जांच रिपोर्ट सौंपनी होगी। इन सबके बीच प्रियंका गांधी ने कहा कि जांच करने के अंदाज से पता चलता है कि पीड़ितों को इंसाफ नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि नैतिक आधार पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को इस्तीफा देना चाहिए या सरकार उन्हें बर्खास्त करे। उनका बेटा आशीष मिश्रा सीधे तौर पर हिंसा में शामिल है।
इसके साथ ही चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एन वी रमन्ना के नेतृत्व में तीन जजों ने भी मामले को लेकर कटाक्ष भरी टिप्पणियां की। बेंच ने यूपी सरकार से सीधे-सीधे पूछा कि अब तक इस मामले में कितने लोगों की गिरफ़्तारी हुई है।
सुप्रीम कोर्ट ने मामले को लेकर माँगा जवाब
सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से पूछा कि एफआईआर का स्टेटस क्या है। जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज है उनमें से कितने लोगों की गिरफ्तारी हुई है। अदालत ने सरकार को जवाब देने के लिए शुक्रवार तक का समय दिया है। वहीं यूपी सरकार ने कहा कि मामले के हर पहलुओं को देखते हुए जांच चल रही है। बहुत जल्द गिरफ़्तारी भी सुनिश्चित की जाएगी।
लखीमपुर खीरी मामले पर आईजी (लखनऊ रेंज) का बयान
आईजी लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह ने कहा कि निष्पक्ष जांच के लिए जिला स्तरीय कमेटी ने अपना काम शुरू कर दिया है। हमने एक व्हाट्सएप नंबर जारी किया है और जनता से इस पर सबूत भेजने की अपील की है। जिला स्तरीय समिति मामले की जांच करेगी और चार्जशीट कोर्ट में पेश करेगी जबकि न्यायिक जांच आयोग पूरे मामले की जांच करेगा। सबूतों के आधार पर वह जल्द ही इस घटना में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार करेंगे।
यूपी सरकार पर अखिलेश यादव ने कसा ताना
लखीमपुर खीरी रवाना होने से पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ पर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि जब सच पूरे प्रदेश के सामने है उसके बाद भी आरोपियों को बचाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस केस में निष्पक्ष जांच के लिए जरूरी है कि आरोपी को तत्काल गिरफ्तार किया जाए।
किसानों को न्याय मिलना ही चाहिए- वरुण गांधी
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले का वीडियो शेयर करते हुए कहा कि वीडियो से सबकुछ साफ है, किसानों को न्याय मिलना चाहिए। प्रदर्शनकारियों की हत्या कर शांत नहीं कर सकते। निर्दोष किसानों के खून की जवाबदेही तय हो।
The video is crystal clear. Protestors cannot be silenced through murder. There has to be accountability for the innocent blood of farmers that has been spilled and justice must be delivered before a message of arrogance and cruelty enters the minds of every farmer. 🙏🏻🙏🏻 pic.twitter.com/Z6NLCfuujK
— Varun Gandhi (@varungandhi80) October 7, 2021
ये भी देखें :
लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत के बाद बढ़ा विवाद, जगह-जगह हो रहे प्रदर्शन
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)