खबर लहरिया Blog Kota Deaths 2023: 17 छात्र अब तक कर चुके हैं आत्महत्या, पढ़ाई का प्रेशर ले रहा जान

Kota Deaths 2023: 17 छात्र अब तक कर चुके हैं आत्महत्या, पढ़ाई का प्रेशर ले रहा जान

साल 2022 में कोटा में लगभग 16 छात्र उम्मीदवारों ने आत्महत्या की थी। वहीं राजस्थान सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, जनवरी 2019 से दिसंबर 2022 के बीच छात्रों द्वारा आत्महत्या किये जाने के 53 मामले सामने आये, जिनमें कोटा में 52 और बरन में एक मामला शामिल है।

                                                       कोटा में छात्रों के आत्महत्या के मामले पढ़ाई के बेहतरीन प्रदर्शन के दबाव की वजह से बढ़ गए हैं/ फोटो – pexels.com

राजस्थान के कोचिंग इंस्टीट्यूट हब कहे जाने वाले कोटा में वीरवार 3 अगस्त को एक किशोर छात्र द्वारा आत्महत्या किये जाने का मामला सामने आया है। छात्र मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET की तैयारी कर रहा था व जानकारी के अनुसार, वह अपने हॉस्टल के कमरे में मृत पाया गया। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, मृत छात्र की पहचान मनजोत छाबड़ा के रूप में हुई जो यूपी के रामपुर से संबंध रखता है। वह कुछ महीने पहले ही कोटा आया था।

फर्स्ट पोस्ट की प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, इसके साथ ही इस साल कोटा में आत्महत्या करने वाले छात्रों की कुल संख्या 17 तक पहुंच गई है। बता दें, कोटा अपने कोचिंग संस्थानों के लिए मशहूर है जिसमें एलन कैरियर इंस्टीट्यूट, बंसल क्लासेज व एड-टेक स्टार्टअप जैसे फिजिक्सवाला संस्थानों ने काफी नाम कमाया है पर अब ये संस्थान छात्रों के आत्महत्या के मामलों को लेकर भी जानें जा रहे हैं।

अगर इस बारे में थोड़ी और गहराई से बात की जाए तो देश भर में NEET की तैयारी लाखों-करोड़ों छात्रों द्वारा की जाती है। वहीं हज़ारों-लाखों छात्र राजस्थान के कोटा संस्थानों में मुश्किल इंजीनियर व मेडिकल की परीक्षा की तैयारी करने के लिए आते हैं। इन संस्थानों द्वारा बड़े ही लुभावने अंदाज़ में बड़े-बड़े बोर्ड और टीवी प्रचार के ज़रिये छात्रों को इन मुश्किल परीक्षाओं को पास करवाने व तैयारी करवाने की लालसा दी जाती है।

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मई-जून में 9 छात्रों ने की आत्महत्या

सबसे आगे और सबसे बेहतरीन बनने की इस दौड़ ने कई छात्रों की जान ले ली। किसी को एक नंबर कम नहीं चाहिए, सबको ज़्यादा चाहिए और यही तो शिक्षा प्रणाली में सिखाया भी जा रहा है कि आपको सबसे आगे निकलना है नहीं तो आपकी कोई कीमत नहीं रहेगी। खुद को काबिल और मूलयवान साबित करने की इस जंग ने युवाओं से उनकी आज की ज़िन्दगी छीन ली है।

इंडिया टुडे की रिपोर्ट बताती है कि अकेले मई और जून में ही कोचिंग इंस्टिट्यूट हब में 9 छात्रों द्वारा आत्महत्या करने के मामले सामने आये हैं।

2019-22 में छात्र आत्महत्या के आंकड़े

रिपोर्ट बताती है कि जुलाई में, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे एक 17 वर्षीय छात्र को उसके छात्रावास के कमरे में लटका हुआ पाया गया था। इंडिया टुडे के मुताबिक, छात्र की पहचान पुष्पेंद्र सिंह के रूप में हुई है, जो हाल ही में राजस्थान के जालौर से कोटा आया था।

वहीं पिछले महीने की शुरुआत में, यूपी के रामपुर के रहने वाले 17 साल के बहादुर की भी आत्महत्या से मृत्यु हो गई।

मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2022 में कोटा में लगभग 16 छात्र उम्मीदवारों ने आत्महत्या की थी। वहीं राजस्थान सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, जनवरी 2019 से दिसंबर 2022 के बीच छात्रों द्वारा आत्महत्या किये जाने के 53 मामले सामने आये, जिनमें कोटा में 52 और बरन में एक मामला शामिल है।

पिछले दिसंबर में कई रिपोर्टों में कहा गया था कि राजस्थान सरकार छात्रों पर बढ़ रहे तनाव को कम करने के लिए निजी शैक्षणिक संस्थानों को विनियमित करने के लिए एक विधेयक लाने की योजना बना रही है। वहीं इसे लेकर हाल ही की टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट ने बताया कि विधेयक को इस समय फिलहाल दरकिनार करके रख दिया गया है।

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छात्र हेल्पलाइन नंबर

छात्र आत्महत्या के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब कोटा में 24×7 हेल्पलाइन नंबर और पुलिस बूथ का भी इंतज़ाम किया गया है। इसके साथ ही समस्या को देखते हुए कई कोचिंग सेंटरों द्वारा कॉउंसलर को नियुक्त किया गया है, छात्रों के लिए ज़ुम्बा क्लास, योगा और मानसिक कल्याण कार्यशालाएं भी आयोजित की जा रही है पर इसका कितना असर है, या ये कितना काम कर पा रही हैं ये सवाल है। ऐसा इसलिए क्योंकि सबसे आगे निकलने की प्रतियोगिता वही है, प्रेशर की तो कोई लीमिट नहीं है।

अगर आप किसी ऐसे छात्र या व्यक्ति को जानते हैं जो किसी मानसिक समस्या से गुज़र रहा है, उन्हें किसी तरह की मदद चाहिए तो आप ये मदद नंबर उन तक पहुंचा सकते हैं।

वांड्रेवाला फाउंडेशन फॉर मेन्टल हेल्थ (Vandrevala Foundation for Mental Health) 9999666555 or help@vandrevalafoundation.com

TISS कॉल : 022-25521111 (सोमवार से शनिवार: सुबह 8 बजे से to रात 10 बजे तक)

 

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