प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अक्टूबर 2024 को महाराष्ट्र के वाशिम में पीएम किसान योजना की 18वीं किस्त जारी की थी। इस किस्त के तहत, पीएम-किसान राशि देश भर के 9.4 करोड़ से अधिक किसानों के खातों में ट्रांसफर की गई है।
किसान की पहचान मिलने पर ही किसान पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठा पाएंगे। इसके लिए उन्हें ‘किसान पहचान पत्र’ यानी ‘किसान आईडी’ बनवानी होगी। केंद्र सरकार की मानें तो जिन नए आवेदकों को योजना का लाभ चाहिए, उन्हें इसके लिए आईडी बनवाना ज़रूरी है।
‘किसान आईडी’ से क्या है लाभ?
– किसान आईडी की मदद से किसान रजिस्ट्री के लाभ के बारे में जाना जा सकता है।
– इससे किसानों को बार-बार केवाईसी की जरूरत नहीं।
– किसान रजिस्ट्री से किसानों की योग्यता की पुष्टि होती है।
– बताया गया है कि किसान रजिस्ट्री में रजिस्ट्रेशन के बाद किसानों को भविष्य में पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त का लाभ मिलेगा।
– किसान रजिस्ट्री के बाद किसानों को एक डिजिटल आईडी यानी गोल्डन कार्ड मिलेगा।
– किसान रजिस्ट्री की मदद से किसानों की आजीविका में सुधार के लिए बेहतर योजनाएं बनाई जा सकती हैं।
– किसान रजिस्ट्री बैंक से कर्ज लेने में मददगार होगी।
– खाद, बीज, कृषि उपकरण खरीदने में सब्सिडी की सुविधा दी जाएगी।
‘किसान आईडी’ बनाने हेतु ज़रूरी दस्तावेज़
– आधार कार्ड
– आधार से लिंक मोबाइल नंबर
– फैमिली आईडी या राशन कार्ड
– जमीन की खतौनी, जिस पर गाटा या खसरा संख्या होता है
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