हम मना रहे हैं खबर लहरिया की बीसवीं वर्षगांठ का जश्न और इस जश्न को चार चांद लगा रही सीरीज ‘कोशिश से कामयाबी तक’ में हमारी मेहमान मीना कोटवाल जी का बहुत स्वागत है।
मीना अपने इंटरव्यू के दौरान बताती हैं कि उन्होंने कोशिश से कामयाबी तक का सफर कैसे तय किया। आज उनका खुद का चैनल द मूकनायक नाम से ट्विटर पर है। यह कामयाबी इतना आसानी से नहीं मिली। कई तरह की रोड़े अटकलें आईं लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
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उनका पारिवारिक जीवन बहुत ही साधारण था। हाई प्रोफाइल की पढ़ाई करना उनका शौक था। दोस्तों की दिशानिर्देश के साथ आगे बढ़ती रहीं। मन में पैसे कमाने का जुनून स्कूल टाइम से था। उन्होंने पार्टटाइम छोटी मोटी जॉब भी की। जब कॉलेज में आईं तो जॉब के क्षेत्र विकल्प तलाश ही रहीं थीं कि पत्रकारिता की जॉब उनको जंच गई और शुरू कर दी तैयारी करना।
मेनस्ट्रीम मीडिया के छोटे से बड़े चैनलों के लिए उन्होंने काम किया लेकिन उनकी जाति आगे नहीं बढ़ने दे रही थी। जब वह समझ पाईं कि असली कारण उनकी जाति है तब उन्होंने खुद का मीडिया चैनल बनाने की ठानी। आज वह द मूकनायक चैनल की हेड हैं जहां पर बहुजन समाज के मुद्दे और उनकी आवाजें बुलन्द हैं। खबर लहरिया टीम की तरफ से मीना जी को बहुत बहुत बधाई।
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