राहुल आर्टिस्ट ने दुनियां में अपने मां-बाप का नाम ही नहीं बल्कि हमीरपुर जिले का नाम रौशन किया है। राहुल ने बताया कि उनके परिवार में कुल 6 लोग हैं। उनके पिता एक पेंटर हैं जो कि उनके गुरु भी हैं। राहुल ने यह कहा की जब वह छोटे थे तो अपने पिता को ही देखकर सीखते थे। राहुल को पढ़ाई के साथ-साथ पेंटिंग करने का भी बहुत शौक है।
राहुल ने इंटर की पढ़ाई हमीरपुर से की है और आगे की पढ़ाई कानपुर से की है। वह किसी की भी पेंटिंग बना सकते हैं। बस उसका एक फ़ोटो दे दो या फिर उस व्यक्ति को एक बार देख ले तो सेम फोटो बनाते हैं। उनको कई आर्डर मिलते रहते हैं। उनका अपना यूट्यूब चैनल भी है और वह लोगों को आर्ट भी सिखाते हैं।
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राहुल का कहना है कि आर्टिस्ट ख्वाबों की दुनिया है जिसको आप दिमाग में सोचते हैं और फिर उसे चित्र के द्वारा लोगों को दिखाते हैं। उन्होंने कई पेंटिंग खुद दिमाग में सोच कर बनाई है, फिर उसे दुनिया के सामने पेश किया है। जिसके लिए उनको राज्य स्तर पर उनको मेडल मिला है।
वह एक पेंटिंग सोच रहे हैं जब वह पूरी हो जाएगी तो वह उसको दुनिया के सामने लाएंगे जिसके जरिए अपने सपनों को पूरा कर पाएंगे। वह चाहते हैं कि सिर्फ जिले में ही नहीं बल्की पूरे देश में लोग उन्हें राहुल आर्टिस्ट के नाम से जाने। वह कई एग्जीबिशन कर चुके है। जिसमें से उनको टॉप टेन में रखा जाता था और उसमें उन्हें पुरस्कार भी मिलता है। उनका नाम टैगोर पुरस्कार के लिए भी दिया गया है। पूरे हमीरपुर में इनकी चर्चाएं हैं।
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