लखीमपुर खीरी एक ऐसा क्षेत्र है जहां गांवों की खासियत गांव में बने गूंगा से होती है। यहां पर हर दरवाजे के आसपास बड़ा-सा गूंगा होता है जिसे धान के पैरा का बनाया जाता है। यह गूंगा को इतनी मजबूती से बनाया जाता है कि एक बूंद पानी भी अंदर नहीं जाती।
ये भी देखें – गाँव की ख़ासियत: बुंदेली अंदाज़ में बनाए अरबी के पत्तों के पकौड़े
लखीमपुर खीरी जिले में आने वाले गांव के लोगों ने बताया कि यह गूंगा मजदूरों द्वारा बनवाया जाता है और इसको बनाने में 10 दिन लग जाते हैं, इससे बनाकर लोग अंदर भूसे का भंडार करते हैं। जब भूसा महंगा हो जाता है, तो वे उसे निकालकर मार्केट में भेजते हैं। लोगों के घरों में इतनी जगह नहीं होती, इसलिए वे इस गूंगा का उपयोग करते हैं। गूंगा के अंदर चाहें कितनी भी बारिश हो, एक बूंद पानी नहीं जाती और न ही अंदर रखा भूसा खराब होता है।
ये भी देखें – चक्की चलाती महिलाएं | गांव की खासियत
‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’