भोजपुरी फिल्म की शूटिंग लिट्टी चोखा की शुटिंग बुन्देलखण्ड के बांदा और महोबा जिले मे लगभग एक महिने से चल रही ज्यादातर बांदा जिले के जौरही गांव बडोखर गांव मे चल रही है इस फिल्म की शुटिंग को देखने के लिए गांव के तमाम लोग एकजुट होकर आते हैं |
कोई दिवार मे चढ कर तो कोई भीड मे धक्का खाते हुए कुछ लोग घंटों पहले फर्श पर बैठे गुलाबो रानी का आइटम शांग देखने के लिए इन्तजार करते रहे इतनी भीड की जैसे गाव के किसी घर मे कोई बचा ही न हो देख कर बचपन याद आ गया जैसे पहले गांव मे नौटंकी या रामलीला होती थी घंटों पहले से ही बोरी लेकर बैठ जाते और इन्तजार करते फिल्म की शूटिंग बुन्देलखण्ड के बांदा जिला के लिए पहला मौका था|
यहां के लोगों के लिए इतने करीब से शुटिंग देखना समझना हलांकि कुछ दिनो पहले भी बडोखर मे फिल्म की शुटिंग हुई थी लेकिन अछ्छी तरह लोग नहीं देख पाए इस फिल्म के हर शाट बांदा मे शूट हो रहे हैं लोग मजे ले रहे हैं गांव मे तो शूरू मे महिलाएं घर के काम खेत के काम छोडकर शुटिंग देखने चली जाती बडे मजे के साथ ऐक्टर खेसारीलाल को सकारीलाल कहती हंसती गांव मे मनोरंजन के साथ लोगो मे खुशी भी थी की बुन्देलखण्ड मे भी शूटिंग हो रही है|
हमारे बुन्देलखण्ड का नाम होगा और विकास होगा आने वाले समर मे लोग उम्मीद कर रहे हैं की शायद फिल्म सीटी बन जाए और जब फिल्मसिटी होगी हमेशा फिल्में शूट होंगी तो यहां के लोगों को रोजगार मिलेगा छोटेमोटे रोल भी मिलेंगे फिल्म प्रोडूसर प्रदम सिंह नज बताया यहां का सीन नेचुरल है रियल गांव हैं |
यहां जो और कही नहीं मिलते उन्होंने कहा मै भी बुन्देलखण्ड से हू इसलिए मन था की हमारे बुन्देलखण्ड मे भी फिल्में बननी चाहिए हमने उनसे पूछा की आप बुन्देलखण्ड से हैं तो क्यो भोजपुरी फिल्म ही चुनी कैसे भोजपुरी और बुन्देलखण्ड को जोड रहे हैं इस पर उन्होंने कहा बुन्देलखण्ड हमारी मां है बिहार हमारी मौसी मां कमजोर हो गई तो मौसी का सहारा लेकर बुन्देलखण्ड को आगे बढना है |