खबर लहरिया क्राइम राजस्थान-जमीनी विवाद में पुजारी को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने का आरोप

राजस्थान-जमीनी विवाद में पुजारी को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने का आरोप

उत्तर-प्रदेश में लगातार हत्या अपहरण और छेड़खानी जैसे मामले दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं, और कानून व्यवस्था इतनी कड़ी होने के बावजूद भी इस स्थिति में कोई सुधार देखने को नही मिल रहा है। ताजा मामला राजस्थान से सामने आया है। राजस्थान के करौली में एक मंदिर के पुजारी बाबूलाल वैष्णव के ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगाने की घटना सामने आई है। इलाज के दौरान पुजारी ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार इस घटना को जमीनी विवाद को लेकर अंजाम दिया गया था।

क्या है मामला?

आरोप है कि ग्राम पंचायत बुकना के मंदिर पर 50 वर्षीय बाबूलाल वैष्णव पूजा करते थे जिसे लेकर गांव वालों ने उसे मंदिर माफी की जमीन बता रखी थी। कुछ दिन पूर्व पुजारी ने जमीन के ऊपर रिहाशी घर बनाने के लिए समतल कराई थी। इस जमीन पर आरोपी कैलाश, शंकर और नमो मीणा ने कब्जा कर लिया था। इसपर पुजारी ने गांव वालों से शिकायत की। इसी बात को लेकर दबंगों ने 7 अक्टूबर को पुजारी पर पेट्रोल डाल दिया। इस हादसे में पुजारी बाबूलाल बुरी तरह घायल हो गया जिसे सपोटरा अस्पताल लाया गया, जहां से चिकित्सकों ने अधिक घायल होने के कारण करौली रेफर कर दिया। परिजन उसे करौली न ले जाकर जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल लेकर पहुंचे। जयपुर के एसएमएस अस्पताल की बर्न यूनिट में इलाज के दौरान 8 अक्टूबर गुरुवार को पुजारी की मौत हो गयी।

अब भी इस मामले में छह आरोपी फरार हैं। परिजनों की तमाम मांगों में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग भी शामिल थी। और प्रशासन ने इसका आश्वासन भी दिया था, लेकिन अब भी पुलिस के हाथ सभी आरोपी नहीं आ पाए हैं। राजस्थान सरकार की ओर से पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये और एक संविदा कर्मी की नौकरी का वादा किया गया है। साथ ही प्रधानमंत्री मंत्री आवास योजना के तहत एक लाख रुपये पीड़ित परिवार को दिए जाएंगे। लेकिन इनमे से कोई भी मांग अभी पूरी नहीं हो पाई है।

कपिल मिश्रा ने क्राउड फंडिंग की मदद से जोड़े 25 लाख

राजस्थान में हुए इस हादसे के बाद दिल्ली में भाजपा के नेता कपिल मिश्रा ने आम लोगों की मदद से करीब 25 लाख की रकम जुटाई, जिसको लेकर कपिल मिश्रा राजस्थान के करौली पहुँचे और पीड़ित परिवार से मिलकर उन्हें यह राहत धनराशि मुहैया कराई।

ऐसे चलता था परिवार का गुजारा पुजारी बाबूलाल वैष्णव घरवालों का एकमात्र सहारा थे। बूकना के छोटे से मंदिर में आने वाले नाममात्र के चढ़ावे से वे किसी तरह अपनी गृहस्थी चला रहे थे। अब परिवार के लोग पथराई आंखों से आने वाले लोगों को देखते हैं। बाबूलाल वैष्णव की मौत के बाद इस परिवार को बस ये चिंता है कि अंधेरे में डूबे उनके भविष्य को रोशनी की किरण कैसे मिलेगी।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- आरोपियों को बक्शा नहीं जाएगा 

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले की निंदा की है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि सपोटरा, करौली में बाबूलाल वैष्णव जी की हत्या अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है, सभ्य समाज में ऐसे कृत्य का कोई स्थान नहीं है।प्रदेश सरकार इस दुखद समय में शोकाकुल परिजनों के साथ है। घटना के प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और कार्रवाई जारी है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

जितना दुःख जताया जाए, कम- पूर्व सीएम वसुंधरा राजे

प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी पुजारी की हत्या मामले में गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा है, ‘करौली जिले के सपोटरा में मंदिर के पुजारी को जिंदा जलाकर मौत के घाट उतार देने के मामले की जितनी निंदा की जाए, जितना दुःख जताया जाए, कम है।’