जिला अम्बेडकर नगर ब्लॉक भीटी में खजूरी बाजार ग्रामीण मेला भादो महीने के कृष्ण जन्म पर अष्टमी से ही शुरू हो जाता है। यह मेला एक सप्ताह तक रहता है। दूर-दूर से लोग यह मेला देखने आते हैं। इस मेले को लगते हुए चालिस साल से ज़्यादा हो चुके हैं। आस-पास के गांव में 15 दिन पहले से ही मेले की तैयारी शुरू हो जाती है। सभी के घरों में रिश्तेदार आने लगते हैं। लोग काफी खुशी के साथ नाग पंचमी से ही मेले का इंतज़ार करने लगते हैं कि मेला नज़दीक आ गया है, अब सब लोग आयेंगे।
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लोगों ने बताया कि पहले के ज़माने से थोड़ा बहुत बदलाव तो हुआ है लेकिन लोगों की मान्यता अभी भी उतनी ही है। इस मेले में छोटे बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्गों के लिए सामान मिलते हैं। बच्चों का झूला ,रेल गाड़ी, नौका, खेल तमाशा आदि चीजें मिलती हैं। बुजुर्गों के लिए सामान जैसे लकड़ी का पीड़ा, तख्त, कुर्सी, मेज़, स्टूल, खटिया, जानवर, लोहे का सामान यहां तक की जानवरों का भी मेला लगता है जिसमें भैंस, गाय होती हैं। यहां का इतिहास यह है कि नाग देवता की पूजा की जाती है। लोग अपनी खेती बाड़ी के काम से फुर्सत पाकर बहुत ही धूमधाम के साथ इस मेले को मनाते हैं।
खाने-पीने की बात करें तो चाट,चाउमीन,बर्गर,जलेबी, पानी पूरी इत्यादि चीजें बिकती हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि सबके चेहरे पर ख़ुशी का ठिकाना नहीं होता। लोग अपने-अपने घरों का जल्दी-जल्दी काम निपटा कर अपने परिवार को लेकर मेला देखने पहुंच जाते हैं और मेले का आनंद लेते हैं।
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