केरल के एक आईटी सॉफ़्टवेयर इंजीनियर युवक ने आत्महत्या कर ली। उसने आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के सदस्यों पर लगातार शारीरिक और यौन शोषण का आरोप लगाया था। अब इस पर विवाद खड़ा कर हो गया है और कांग्रेस तथा सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) ने जांच की मांग की है।
यह घटना है 9 अक्टूबर 2025 का जब केरल के तिरुवनंतपुरम में 26 साल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने आत्महत्या कर ली। रिपोर्टों के अनुसार उनकी मृत्यु के तुरंत बाद उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक सुसाइड नोट दिखाई दिया जिसमें आरएसएस के सदस्यों द्वारा अपनी गतिविधियों के दौरान बार-बार यौन शोषण का आरोप लगाया गया था। दरअसल मामला 12 अक्टूबर को तब सामने आया जब केरल के वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर जांच की मांग करते हुए कहा कि आरोप सच हैं तो यह भयावह है। इंजीनियर ने जान देने से पहले अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर 15 पेज का एक सुसाइड मैसेज पोस्ट किया।
पोस्ट में लिखा था कि “मैं एक व्यक्ति और एक संगठन के अलावा किसी से नाराज नहीं हूं। वह संगठन है-RSS। जब मैं 3-4 साल का था तब पिता ने मुझे RSS से जोड़ा था। RSS कैंप्स में कई लोगों ने मेरा यौन शोषण किया। यही वह जगह है जिसने मुझे जीवनभर का सदमा दिया। सालों से डिप्रेशन और गंभीर मानसिक बीमारी से जूझने के बाद मैंने अब अपनी जान लेने का फैसला किया है।”
इस घटना पर प्रियंका गांधी की प्रतिक्रिया
इस मामले पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि “आरएसएस के इन आरोपों की पूरी जांच होनी चाहिए। अपने आत्महत्या संदेश में मृतक ने आरोप लगाया कि आरएसएस के कई सदस्यों ने उनके साथ बार-बार दुर्व्यवहार किया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वे अकेले पीड़ित नहीं हैं और आरएसएस के शिविरों में बड़े पैमाने पर यौन शोषण हो रहा है। अगर यह सच है तो यह भयावह है। पूरे भारत में लाखों बच्चे और किशोर इन शिविरों में जाते हैं। आरएसएस नेतृत्व को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और अपनी सफाई देनी चाहिए। लड़कों का यौन शोषण लड़कियों के यौन शोषण जितना ही व्यापक है। इन अवर्णनीय रूप से जघन्य अपराधों के बारे में चुप्पी तोड़नी होगी।”
The RSS must allow these allegations to be investigated fully. In his suicide message Anandu Aji alleged that he was abused again and again by multiple members of the RSS.
He clearly stated that he was not the only victim and rampant sexual abuse is taking place in RSS camps.… pic.twitter.com/IS4dDaQv7O
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 12, 2025
जांच और जवाबदेही की मांग
इस घटना के बाद यह मामला राजनीतिक विवाद में बदल गया है। डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (DYFI) के राज्य सचिव वी. के. सनोज़ ने भी प्रियंका गांधी का समर्थन करते हुए कहा “हम मांग करते हैं कि जिन लोगों ने यह अपराध किया है उन्हें कानून के तहत कड़ी सजा मिले। जिन शाखाओं (शाखाओं) के नाम अनंदु ने अपने संदेश में लिए हैं उनके प्रमुखों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।”
RSS का पक्ष
Moneycontrol के अनुसार कोट्टायम में जारी एक प्रेस बयान में आरएसएस दक्षिण केरलम के सह प्रांत कार्यवाह केबी श्रीकुमार ने इस निधन को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने पुष्टि की कि परिवार का संगठन से पुराना नाता था। हालाँकि उन्होंने नोट की प्रामाणिकता पर सवाल उठाते हुए इसकी सामग्री को संघ के खिलाफ संदिग्ध और निराधार आरोप बताया। श्रीकुमार ने बयान में कहा “आरएसएस उन परिस्थितियों की भी व्यापक जाँच की मांग करता है जिनके कारण यह अप्राकृतिक मृत्यु हुई। साथ ही इंस्टाग्राम पर सामने आए सुसाइड नोट की भी जांच की मांग करता है।” संगठन ने कोट्टायम पुलिस को एक औपचारिक याचिका सौंपी है जिसमें संगठन को “जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण रूप से फंसाने की कोशिश” का आरोप लगाया गया है जो संभवतः उसकी सार्वजनिक छवि को धूमिल करने की एक बड़ी साज़िश का हिस्सा है।
इस मामले में राजनीतिक रंग
इस त्रासदी पर राजनीतिक प्रतिक्रिया तीव्र और विभाजनकारी रही। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पूरी जाँच की माँग की। उन्होंने लिखा “अपने आत्महत्या संदेश में, आनंदू अजी ने आरोप लगाया कि आरएसएस के कई सदस्यों ने उनके साथ बार-बार दुर्व्यवहार किया।” उन्होंने आगे कहा, “उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वे अकेले पीड़ित नहीं थे और आरएसएस के शिविरों में बड़े पैमाने पर यौन शोषण हो रहा है। अगर यह सच है तो यह भयावह है।” भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस पर एक निजी त्रासदी का फायदा उठाने का आरोप लगाया। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने इस घटना को “बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और दर्दनाक” बताया। उन्होंने कहा “लेकिन उससे भी ज़्यादा दुखद वह घटिया राजनीति है जो कांग्रेस राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छवि खराब करने के लिए कर रही है।” उन्होंने “स्वतंत्र और निष्पक्ष” जांच की मांग भी दोहराई।
पुलिस ने शुरू की मामले की जांच
इस बीच केरल पुलिस ने अनंदु अजी की मौत के मामले में जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने कहा है कि वे सोशल मीडिया पोस्ट और फोन रिकॉर्ड्स के आधार पर संदिग्धों की पहचान करने की कोशिश कर रही है।
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