नमस्कार दोस्तों द कविता शो के इस एपिशोड में आपका स्वागत है तो साथियों एमपी के गुना शहर के जगनपुर गाँव में एक दलित किशान के साथ एमपी की पुलिस ने जिस बर्बरता के साथ में मारपीट की है वह असहनीय है वायरल वीडियो और तस्बीरे रोगटे खड़ी कर देती है , पुलिस के द्वारा मारपीट और अत्याचार हर तरह की हद को पार कर चुका है गुना केस की इतनी चर्चा नहीं हो रही है न ही यह बहस का मुद्दा बन रहा क्योकि बात सरकार के पुलिस के द्वारा अत्याचार की है सिर्फ जाच के आदेश दे दिए गये है आगे क्या होगा पता भी नहीं है अगर सबसे ज्यादा चर्चा है तो वो है राम मन्दिर की जिसको लेकर नेपाल और पाकिस्तान ने दावा ढोका है की राम का जन्म अयोध्या में नहीं हुआ है
गुना का राजू नाम के दलित ने रामबाबू पादरी की जमीन बटाई पर ली थी और इसी जमीन को नवीन आदर्श महाविद्यालय के लिए भी दे दिया गया था और स्कुल में काम चालु करवाने के राजू से जमीन खाली करवाने का बराबर दवाओं बनाया जा रहा था चुकी यह मामला विवादित था अचानक से पुलिस की फोज 14 जुलाई को गाँव पहुचती है और कब्जा हटाने को कहती है उनकी खड़ी फसल को नस्ट करवाने की धमकी भी देती है दलित परिवार पुलिस के सामने हाथ जोड़ते है चिरोरी बिनती करते हैं कहते है की हमने कर्ज लेकर जमीन में फसल बोया है फसल क्त जाने दीजिये हम यहा से हट जायेगे लेकिन पुलिस उनकी एक नहीं मानती है मारपीट शुरू कर देती है परिवार बचाव की गुहार लगाता छोटे छोटे बच्चे भी रोते बिलखते है और पुलिस की लाठी चलती ही रहती है एक रोवा भी नहीं पसीजता है इस सदमें में परिवा से राजू और उसकी पत्नी जहरीला कीटनाशक कहा कर जान देने की कोशिश भी है इस पूरी घटना का वीडियो भी बनाया जाता है ,पुलिस के द्वारा मारपीट का वीडियो भी बना मीडिया मौजूद है तमाशा दे रही है फोटो खीच रही है लेकिन किसी ने पुलिस को दलित परिवार के साथ मार पीट का विरोध तक नहीं किया है अब ये मामला पूरा देश में छाया है लेकिन पुलिस और सरकार की निंदा करने वाले गिने चुने लोग ही है जबकि ये पहला मामला नहीं
अभी बुन्देलखण्ड के बाँदा जिला में 14 जुलाई दिन मंगलवार को बांदा पुलिस एक गरीब महिला की चाय समोसे की दूकान को लाठी डंडा मारकर तोड़ दी खाने पिने के सारे सामान को मार मार के तितर वितर कर दिया और उल्टा उसके उपर मुकदमा लिखवाने की धमकी दी ,उस महिला की सिर्फ इतनी गलती थी की वो मगलवार दूकान खोले थी जबकि उस दिन बंदी का दिन था लेकिन योगी के आदेशानुसार की हप्ते में अब शनिवार और रविवार को ही बंदी रहेगी बाकी दिन बाजार खुलेगें. लेकिन पुलिस अपनी गुंडागर्दी के आगे किसी का नहीं सुनती है . जो उसको करना है करती है बाद में कार्यवाही के नाम पर सरकार कुछ दिन के लिए नौकरी से निकाल देती है और बाद फिर से भाल कर देती है और फिर से वही गुंडा गर्दी शुरू हो जाती है
मैं आपसे पूछना चाहती हूँ ऐसे मुद्दों पर बहस क्यों नहीं छिड़ती है जहाँ पर ऐसे पुलिस वाले के करतूतों की निदा करनी चहिये कड़ी सजा की मांग करनी चहिये वो क्यों नहीं होता हैं
चर्चा सिर्फ भगवान के नाम पर ही क्यों छिड़ती है अभी ही आप शोसल मीडिया मीन देख लीजिये राम मन्दिर को लेकर जब नेपाल के मुख्यमंत्री और पाकिस्तान के धार्मिक एक सदस्य ने दावा किया की राम भगवान का जन्म भारत में नहीं हुआ है नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने काठमांडु में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ” की राम का जन्म नेपाल के बीरभूमि जिले के के एक गाँव में हुआ था जबकि असलियत में अयोध्या बीरभूमि के पास स्थित एक गांव है. नेपाल के प्रधानमंत्री ओली ने यह भारत पर सांस्तिक अतिक्रमण का आरोप लगाते हुए कहा, भारत ने एक नकली अयोध्या का निर्माण किया है.
ओली के बयान आते ही शोशल मिडिया में हडकम्प मच गया राम भक्तो ने ओली के बयान की खूब निंदा की और उनसे माफी मागने को दबाव भी बनाया जा रहा है.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य अब्दुल रहीम कुरैशी ने भी कुछ समय पहले कहा था की राम का जन्म भारत में नहीं पाकिस्तान में हुआ था उन्होंने अपनी किताब में भगवान राम के जन्म के बारे में नया दावा किया है। ‘फैक्ट्स ऑफ अयोध्या एपिसोड (मिथ ऑफ राम जन्मभूमि)’ शीर्षक से किताब लिखी है। इनके ब्यान आते ही विरोधियों की भीड़ लग गई है