जिला बांदा| नारायणी तहसील के कालिंजर सोसाइटी अंतर्गत आनेवाले रानी पर गांव के किसान का आरोप है कि वह 25 अप्रैल को लीडर सोसाइटी गल्ला बैठाने गया था उसने गल्ले की तौल भी करा थी लेकिन इसके बाद तो वहां पर खरीद ना नहीं हो सकी और उसको यह कह दिया गया कि तुम्हारा नाम कट गया है इस कारण फीड नहीं हो सकती| जब कि वह वही के खाते से खाद, बीज लेते हैं इसके पहले भी हर साल वही तौल कराते थे लेकिन इस साल उसका ही नहीं उसके गांव के बहुत से किसानों का नाम का दिया गया है जिससे काफी परेशान है और आज उसने इस मामले को लेकर के ज्ञापन भी दिया है|
रानीपुर गांव के किसान राम निहोर का कहना है कि रानीपुर से कालिंजर लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर है और उसी सोसाइटी के अंतर्गत उनका पूरा काम होता है जबकि कालिंजर से रानी बीस किलोमीटर की दूरी पर है| इस समय कोरोना काल में लोग भीड़ से बचते हैं| लेकिन इतनी दूरी वहां से नाम काट के उनको जोड़ दिया गया है तो गल्ला बेचने आने जाने में उनको दिक्कत होगी| भीड़ भाड़ का सामना करना पड़ेगा इसलिए वह चाहते हैं कि उनका नाम काट के अंदर में ही जोड़ दिया जाए जैसे कि पहले था|
कालिंजर केंद्र प्रभारी देवेंद्र कुमार का कहना है कि उनके सोसाइटी से रानीपुर गांव के ही नहीं 5 गांव के नाम इस साल कट गए हैं जिससे फीडिंग नहीं हो पा रही है| नहीं उन्हें गल्ला लेने में कोई दिक्कत नहीं है और वह हर साल उन किसानों का गल्ला खरीदते भी थे वह किसान उन्हीं के सोसाइटी के खाता धारक हैं और खाद बीज लेते थे लेकिन इस साल नाम कटने के कारण अगर वह उनका गल्ला खरीदते भी है तो भी फीडिंग नहीं हो रही| और ना पैसा मिल पाएगा| इसलिए उन्होंने मना कर दिया है और ग्रुप में पत्र लिखकर अपने उच्च अधिकारियों से शिकायत भी की है कि उनके सोसाइटी में जो किसान जुड़े थे और नाम कट गए हैं उनको वहीं पर जोड़ दिया जाए जिससे किसानों को दिक्कत ना हो|