जम्मू के वैष्णो देवी मार्ग पर भूस्खलन हुआ जिसमें अब तक 31 लोगों की मौत चुकी है। मलबे से कुछ लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा है। हालात को देखते हुए जम्मू संभाग के सभी स्कूल और कॉलेज 27 अगस्त को बंद रखे गए हैं।
जम्मू कश्मीर में लगातार बारिश हो रही है जिसके कारण वहां का हाल बिगड़ा हुआ है। जम्मू भारी बारिश और बाढ़ के चलते एक बार फिर चर्चा में है। जम्मू कश्मीर में कटरा स्थित माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर 26 अगस्त 2025 को हुए बड़े भूस्खलन में 31 लोगों की मौत हो गई और 23 लोग घायल हो गए हैं। इस घटना ने त्रिकुट पहाड़ी पर स्थित तीर्थस्थल के रास्ते को बुरी तरह से बर्बाद कर दिया है। अधिकारियों का आशंका है कि मलबे में अभी और लोग फंसे हो सकते हैं और बचाव कार्य जारी है।
ट्रेन और बस जैसे सारे यातायात साधन रद्द
भूस्खलन के बाद कई जगहों पर पत्थर गिरने और मलबा जमा होने से जम्मू-कटरा राजमार्ग बंद हो गया है। इसी के साथ ही भारी बारिश के कारण नॉर्दर्न रेलवे ने 27 अगस्त 2025 को 22 ट्रेने रद्द कर दी और 27 ट्रेनों को शॉर्ट-टर्मिनेट किया। इनमें वैष्णो देवी बेस कैंप से चलने वाली 9 ट्रेनें भी शामिल हैं।
नदियां खतरे के निशान से ऊपर
भारी बारिश के कारण जम्मू का देश से सड़क और रेल संपर्क पूरी तरह टूट गया है। प्रशासन ने 26 अगस्त 2025 के रात को बारिश के खतरे को देखते हुए रात नौ बजे के बाद लोगों को घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी थी। इस समय तवी, चिनाब और उज्ज जैसी सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
जम्मू में तवी नदी पर बने भगवतीनगर पुल की एक लाइन धंस गई है। इसी के साथ इस नदी पर बने दो अन्य पुलों पर सुरक्षा के लिए आवाजाही रोक दी गई है। कठुआ के पास पुल धंसने से पहले से ही जम्मू-पठानकोट हाईवे पर गाड़ियां फंसी थीं। अब विजयपुर में एम्स के पास बना देविका पुल भी टूट गया है जिससे सड़क यातायात पूरी तरह बंद हो गया है। बारिश और बाढ़ जैसी स्थिति में सांबा जिले में सेना ने गुज्जर समुदाय के सात लोगों को नदी से सुरक्षित निकाला। हालात को देखते हुए जम्मू संभाग के सभी स्कूल और कॉलेज 27 अगस्त को बंद रखे गए हैं।
जम्मू के हादसे में दो युवक उत्तर प्रदेश से
जम्मू के भूस्खलन हादसे में 31 लोगों की मौत हुई है जिसमें से दो युवक उत्तर प्रदेश से हैं। इसमें आगरा के 21 वर्षीय शिव बंसल और मुजफ़्फरनगर का एक युवक कार्तिक शामिल है। ये लोग परिवार और दोस्तों के साथ वैष्णो देवी के दर्शन के लिए गए थे। मगर भूस्खलन के बाद लापता हो गए जिसकी जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है।
कौन-कौन से इलाके हैं प्रभावित
वर्तमान में जम्मू और आसपास के इलाकों में तेज आंधी-तूफान और भारी बारिश हो रही है. सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र हैं – जम्मू शहर, आरएसपुरा, सांबा, अखनूर, नगरोता, कोट भलवाल, बिश्नाह, विजयपुर, पुरमंडल, कठुआ और ऊधमपुर. वहीं रियासी, रामबन, डोडा, बिलावर, कटरा, रामनगर, हीरानगर, गूल और बनिहाल में हल्की बारिश हो रही है।
26 अगस्त 2025 तक लगातार बारिश के कारण आई बाढ़ और जलभराव से 3,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. राहत कार्य जिला प्रशासन, जेके पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, भारतीय सेना और स्थानीय वॉलंटियर्स की संयुक्त टीमों द्वारा चलाया जा रहा है. प्रभावित लोगों को अस्थायी शेल्टर्स में खाना, साफ पानी और मेडिकल सहायता दी जा रही है।
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